प्रदेश में इस बार जंगल की आग ने कहर मचाया हुआ है। जंगल के जंगल धधक रहे हैं। इसी बीच उदय रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि इस वर्ष जंगलों में आग लगने की घटनाओं में 3 गुना बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा आग की घटनाएं सामने आई है।
इस साल आग लगने की घटनाओं में हुई 3 गुना बढ़ोतरी
जंगल की आग ने इस साल उत्तराखंड में तांडव मचाया हुआ है। उदय रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जंगलों में आग लगने की घटनाओं में 3 गुना बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार नासा के अध्ययन से मालूम पड़ा है 2023 में जहाँ मार्च और अप्रैल के महीने में उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की 1850 घटनाएं हुई थी। वहीं इस वर्ष मार्च और अप्रैल में 6295 घटनाएं हुई हैं जो कि एक बड़ी चेतावनी है।
कुमाऊं में सामने आए 4,587 वनाग्नि घटनाएं
रिपोर्ट में इस वर्ष मार्च और अप्रैल में महीने में जंगलों में लगी आग की घटनाओं का जिलेवार ब्योरा भी दिया गया है। इस ब्योरे के अनुसार अल्मोड़ा जिले में पिछले वर्ष इन दो महीनों में फोरेस्ट फायर की 299 घटनाएं हुई थी, इस बार 909 हुई। इसी तरह बागेश्वर में पिछले वर्ष 75 तो इस वर्ष 224, चम्पावत में 2023 में 120 और 2024 में 1025, नैनीताल में पिछले वर्ष 207 और इस वर्ष 1524, पिथौरागढ़ में पिछले वर्ष 213 और इस वर्ष 615 और ऊधमसिंह नगर में पिछले वर्ष 183 तो इस वर्ष 290 घटनाएं सामने आई हैं।
गढ़वाल में सामने आई 1708 आग की घटनाएं
गढ़वाल मंडल की बात करें तो चमोली में पिछले वर्ष 99 और इस वर्ष 293, देहरादून पिछले वर्ष 48 तो इस वर्ष 62, पौड़ी में पिछले वर्ष 378 और इस वर्ष 742, हरिद्वार में पिछले वर्ष 42 और इस वर्ष 25, रुद्रप्रयाग में पिछले वर्ष 31 और इस वर्ष 117, टिहरी में पिछले वर्ष 115 और इस वर्ष 380 और उत्तरकाशी में पिछले वर्ष 40 तो इस वर्ष 89 घटनाएं सामने आई हैं