नई दिल्ली| देशभर में अग्निपथ योजना के खिलाफ उग्र आंदोलन जारी है| अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया है| बड़े पैमाने पर रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है| अग्निपथ योजना के खिलाफ हुड़दंग फैलाने के पीछे करीब 35 व्हाट्सएप ग्रुप जिम्मेवार है| इन व्हाट्सएप ग्रुप से देश भर में अग्निपथ योजना के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने का काम किया गया3 जिसके बाद देशभर में ट्रेनों में आगजनी की घटनाएं हुई है|
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार, केंद्र सरकार ने हुड़दंग को हवा देने के मामले में सख्त एक्शन लेते हुए मामले में जिम्मेदार 35 व्हाट्सएप ग्रुप को प्रतिबंधित कर दिया है और इस हुड़दंग के 10 मास्टरमाइंडो को भी गिरफ्तार कर लिया गया है| केंद्र सरकार की ओर से अग्निपथ योजना में अग्निवीरों की भर्ती को लेकर फैलाई जा रही फर्जी खबरों पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है| इसी क्रम में तीनों सेनाओं की तरफ से मामलों में स्पष्टीकरण जारी किया गया है| जिससे अग्निपथ के खिलाफ चलाए जा रहे फर्जी खबरों को रोका जा सके| अग्निपथ योजना के खिलाफ फैलाई जाने वाली झूठी खबरों पर सफाई देते हुए सेना ने कहा कि रेजीमेंट व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है| इस व्यवस्था को पहले जैसे ही जारी रखा जाएगा| सेना ने बताया कि अग्निपथ योजना को मौजूदा और पूर्व सैन्य अधिकारियों के साथ विचार विमर्श के पास लागू किया जा रहा है|