38 दिन के बाद सिलक्यारा सुरंग का निर्माण कार्य दोबारा शुरू हो गया है। बता दें सुरंग का निर्माण कार्य कर रही कंपनी पहले बड़कोट सिरे से काम कर रही है। अब केवल 480 मीटर ही सुरंग बची हुई है। जांच होने के बाद निर्माण कार्य को शुरू किया जायेगा।
12 नवंबर को हुआ था हादसा
बता दें चारधाम ऑलवेदर परियोजना के तहत यमुनोत्री मार्ग पर बन रही सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग में 12 नवंबर की सुबह मलबा गिरने की वजह से सुरंग में कार्य कर रहे 41 मजूदर अंदर ही फंस गए थे। 17 दिन की कड़ी मेहनत के बाद सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। तब से सुरंग का कार्य बंद पड़ा है।
480 मीटर ही बचा है निर्माण
मंत्रालय की ओर से गठित विशेषज्ञ जांच समिति ने सिलक्यारा हादसे की जांच शुरू कर दी है। 4.531 किलोमीटर लंबी सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग का अब केवल 480 मीटर हिस्सा ही शेष बचा है। इस हिस्से के निर्माण के लिए नवयुग कमपनी ने बड़कोट सिरे से काम शुरू का दिया है।
नए साल में कार्य पूरा करने का लक्ष्य
जांच पूरी होने के बाद सिलक्यारा की ओर वाले सिरे से भी काम शुरू किया जाएगा। बताया जा रहा कि सुरंग का निर्माण नए साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हादसे की जांच करने के बाद टीम दिल्ली लौट गई है। टीम अब मंत्रालय को अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट देगी। जिसके बाद निर्माण कार्य को शुरू किया जाएगा। बता दें टीम को एक महीने में विस्तृत रिपोर्ट देनी है।