सीएम रावत के द्वारा अपना इस्तीफा सौंप देने के बाद नेतृत्व परिवर्तन की ओर झुकाव हो गया है और इसको देखते हुए लग रहा है कि सतपाल महाराज नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं क्योंकि सत्यपाल महाराज को दिल्ली बुलाया गया है। उनके अलावा भी कुछ नाम हाईकमान के सामने हें लेकिन इस बार सबसे मजबूत दावेदारी सतपाल महाराज की ही मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार तीरथ सिंह रावत ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को दिए खत में कहा है कि वे जनप्रतिधि कानून की धारा 191 ए के तहत छह माह की तय अवधि में चुनकर नहीं आ सकते। रावत ने कहा, ‘मैं छह महीने के अंदर दोबारा नहीं चुना जा सकता। ये एक संवैधानिक बाध्यता है। इसलिए अब पार्टी के सामने मैं अब कोई संकट नहीं पैदा करना चाहता और मैं अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर रहा हूं। आप मेरी जगह किसी नए नेता का चुनाव कर लें।’
मुख्यमंत्री रावत ने अपना इस्तीफा विधिवत राज्यपाल को सौंपने के लिए उत्तराखंड के राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। वक्त तय होते ही रावत गवर्नर हाउस पहुंचकर आधिकारिक तौर पर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।उत्तराखंड में नए सीएम के तौर पर सतपाल महाराज, रेखा खंडूरी, पुष्कर सिंह धामी और धन सिंह रावत शामिल हैं। चर्चा है कि सतपाल महाराज को दिल्ली बुलाया गया है।