दिल्ली के जिस शाहीन बाग में नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध हुआ था, वहां अतिक्रमण हटाने के लिए दक्षिण दिल्ली नगर निगम की एक टीम बुलडोजर के साथ पहुंची थी लेकिन स्थानीय लोगों ने उसका जमकर विरोध किया।
अब डिमॉलिशन ड्राइव को रोककर बुलडोज़र वापस भेज दिए गए हैं। इस बीच, स्थानीय लोगों ने अस्थायी ढांचों को खुद ही हटा लिया है। आम आदमी पार्टी (आप) के स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह खान ने मार्केट एसोसिएशन के साथ समन्वय कर ढांचे हटवाए।
हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच राजनीतिक दलों के लोग भी वहां जमा हो गए थे। इसे देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इससे पहले, जब पुलिस के अधिकारी स्थानीय दुकानदारों से बात कर रहे थे, तभी अतिक्रमण हटाने की मुहिम को रोक दिया गया था।
इससे पहले अतिक्रमण हटाने पहुंचे एमसीडी के कर्मचारियों के हाथों में लाल रंग का रिबन बांधा गया था, ताकि उनकी आसानी से पहचान हो सके। मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी अतिक्रमण हटाए जाने का विरोध किया।
हालांकि, प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वहां से हटा दिया था। महिलाओं समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी एमसीडी की कार्रवाई का विरोध किया और लोग बुलडोजर के आगे बैठ गए थे।