उत्तराखंड के हरिद्वार में बुलडोजर कार्रवाई देखने को मिली है। यहां हाईवे के किनारे बने घरों पर बुलडोजर चलाकर तोड़ा गया है। प्रशासन ने इसकी वजह भी बताई है। आइये जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला।उत्तराखंड में प्रशासन का बुलडोजर ऐक्शन देखने को मिला है।
हरिद्वार के सलेमपुर गांव में हाईवे के दोनों तरफ बुलडोजर कार्रवाई की गई है। इस दौरान टीम ने जेसीबी की मदद से सड़क के दोनों किनारों पर बने करीब 85 पक्के निर्माण को ध्वस्त कर दिया। हालांकि, इस दौरान स्थानीय लोगों ने हल्का विरोध किया। लेकिन सिंचाई विभाग की अधिशासी अभियंता मंजू डैनी की सख्ती के चलते जेसीबीअतिक्रमण ध्वस्त करते हुए आगे बढ़ती रही।
गुरुवार को संयुक्त टीम ने सलेमपुर क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। टीम ने सड़क के दोनों तरफ लोगों के अवैध कब्जे को तोड़ दिया। इस दौरान नाले पर बने पक्के निर्माण, लोगों की स्थापित लोहे की सीढ़ियां, सड़क के किनारे लगे फ्लेक्स बोर्ड, साइन बोर्ड, टीन शेड, दुकान आदि को तोड़ दिया गया। साथ ही मौके पर रखा सामान भी जब्त किया गया। अतिक्रमण पर कार्रवाई के बीच छोटे बड़े दुकानदारों, अतिक्रमणकारियों और नेता मौके पर पहुंचे और सिंचाई विभाग की अधिशासी अभियंता के आगे कार्रवाई रोकने की गुहार लगाने लगे। कुछ स्थानों पर टीम को हल्के विरोध का सामना भी करना पड़ा। वही कई स्थानों पर अगला टीम के सामने हाथ जोड़ कर अतिक्रमण को रोकने की गुहार लगाते दिखे।
कई लोग फोन करके सिफारिश का दबाव बनाते भी नजर आए। बावजूद इसके टीम की कार्रवाई जारी रही। पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता कीर्ति वर्धन नेगी, डीआरओ सिंचाई, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।सीएम की घोषणा पर हो रहा नाले का निर्माण इस मामले पर जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता मंजू डैनी ने बताया की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सलेमपुर सिडकुल हाईवे के दोनों तरफ 9.94 करोड़ की लागत से नाले का निर्माण किया जा रहा है।
नाले निर्माण के बाद क्षेत्र में पानी की निकासी सही होगी। साथ ही लोगों को जलभराव से मुक्ति मिलेगी। नालें के दोनों तरफ लोगों के करीब 85 पक्के निर्माण को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया है। लोगों को पूर्व में अतिक्रमण खुद हटाने के लिए कहा गया था। अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई के साथ ही भविष्य में अतिक्रमण करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।