बागेश्वर
आजादी की 75वी वर्षगांठ को समूचा देश अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इसी कड़ी में रविवार को जिलाधिकारी रीना जोशी, अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल सहित अनेक अधिकारियों, कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों ने चंडिका मंदिर के समीप नवनिर्मित पार्क में वृक्षारोपण व चंडिका से पुराने आरटीओ ऑफिस भागीरथी तक स्वच्छता अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता का संदेश आमजनमानस को दिया।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी धरोहर वृक्ष है। इस अनमोल दौलत को सहेजना ही हमारी पहली प्राथमिकता है। हम सभी का उद्देश्य प्रकृति और पर्यावरण को बचाना है। जिलाधिकारी ने अधिक से अधिक संख्या में संकल्पित रहकर पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा के लिए आग्रह किया। उन्होंने प्रकृति और मानव के संबंध को विभाजित करते हुए कहा कि पेड़ पौधे जनमानस के जीवन का अभिन्न अंग है। इनको सहेजना और संवारना हम सभी का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा साफ-सफाई हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। हमारे देश के लिए व हमारे जीवन मे स्वच्छता की बहुत जरूरत है। गंदगी हमारे आस-पास के वातावरण व जीवन को प्रभावित करती है। हमे व्यक्तिगत व आस-पास भी सफ़ाई अवश्य रखनी चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने अपने इर्द-गिर्द के क्षेत्रों और पर्यावरण की सफाई सामाजिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी बताते हुए जनपदवासियों से अपने घरों, प्रतिष्ठानो के आस-पास निरंतर सफाई करने व पॉलीथीन का उपयोग न करने की अपील भी की।
इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल ने कहा कि पेड़ लगाने से हम प्रकृति और अपना जीवन सुरक्षित रख सकते हैं। पेड़ पौधों पर्यावरण के पूरक है। पेड़ पौधों से ही हमें हवा और पानी दोनों प्राप्त होता है। और इन दोनों के बिना ही जीवन संभव नहीं है। उन्होंने सभी से स्वच्छता अभियान में सहयोग की अपील भी की।
इस दौरान पर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उप जिलाधिकारी हर गिरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह सोंग, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा, पुलिस उपाधीक्षक एसएस राणा, दीप जोशी, रेंजर श्याम सिंह, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, नगर पालिका सभासद प्रेम सिंह हरड़िया, कैलाश आर्य, तहसीलदार दीपिका आर्या समेत अनेक अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।