यूपी चुनाव में भाजपा गठबंधन को 273 तो सपा गठबंधन को 125 सीटें प्राप्त हुई हैं। चुनाव नतीजे के बाद सीएम योगी के नेतृत्व में गठित होने वाली भाजपा की नई सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्यों पर दिल्ली में मोहर लगेगी। इसके लिए सीएम योगी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य नेता आज दिल्ली जा सकते है। लेकिन, भाजपा पर शिवसेना ने तंज कसा है।
यूपी में चुनाव नतीजों पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह भाजपा का राज्य था, अब भी है, लेकिन अखिलेश की सीटें तीन गुना बढ़ी हैं। सपा 42 से 125 पर पहुंची है। मायावती व ओवैसी ने भाजपा की जीत में योगदान दिया, इसलिए उन्हें पद्म विभूषण व भारत रत्न देना चाहिए।
यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राजधानी लखनऊ में झटका खाकर भी भगवा फहराया है। 2017 के चुनाव में नौ में से आठ सीटें पाने वाली पार्टी को इस बार सात सीटें मिली हैं। खास बात यह है कि शहर की दो सीटों पर भाजपा को मात मिली है, लेकिन उसने पहली बार मोहनलालगंज में जीत दर्ज करने का भी रिकॉर्ड बनाया है।
इसके साथ ही जिले की ग्रामीण क्षेत्र की सभी सीटों पर पहली बार जीत हासिल करने का तमगा भी उसे मिला है। अखिलेश यादव ने जो ट्वीट किया है उसका आधार चुनाव परिणाम के बाद आए आंकड़े कह रहे हैं। समाजवादी पार्टी को 2017 के 21.82 प्रतिशत के मुकाबले इस बार उससे कहीं अधिक 32.03 प्रतिशत वोट मिले हैं और 111 सीटें जीती है।
उसने राज्य में प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को 2017 के 39.67 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 41.38 प्रतिशत वोट मिले। इसके 2.13 प्रतिशत वोट बढ़े जरूरी, लेकिन सीटों की संख्या 312 से घट गई है। भारतीय जनता पार्टी इस बार 255 सीट ही जीत सकी है।