संगीत नाटक अकादमी एवं शारदा संघ के सहयोग से युग मंच टीम द्वारा कुमाऊँ की प्रसिद्ध पौराणिक प्रेम कथा की प्रस्तुति नैनीताल के शैले हॉल में की गई।
लगातार दिन प्रस्तुत नाटक राजुला मालू शाही को ना केवल नैनीताल के नाट्य प्रेमियों द्वारा सराहा गया बल्कि इस अवसर पर हल्द्वानी, राम नगर, अल्मोड़ा के भी नाट्य प्रेमी उपस्थित थे।
“ख्वाब एक उड़ता हुआ परिंदा था” नाम से डॉ हरीश सुमन द्वारा लिखित नाट्य कृति को जहूर आलम के निर्देशन, हेमंत बिष्ट के गीत और संगीतकार नवीन बेगाना के संगीत ने एक नया आयाम दिया। बेहतरीन नाट्य रूपांतरण में प्रस्तुत करने में सह निर्देशक के रूप में जितेन्द्र बिष्ट, भास्कर बिष्ट एवं मनोज कुमार द्वारा योगदान दिया गया।
संगीत नाटक अकादमी एवं शारदा संघ के सहयोग से प्रस्तुत नाट्य कृति में राजुला के दमदार अभिनय में कल्याणी गंगोला एवं मालूशाही के किरदार में रोहित वर्मा की अदाकारी सराहनीय रही। गांगुली की भूमिका में अदिति खुराना, सुनपति की भूमिका डी के शर्मा, दुलाशाही की भूमिका में भास्कर बिष्ट का अभिनय विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। रानी धर्मा के रूप में खुशी सहदेव, विक्कीपाल की भूमिका में मोहित सनवाल, सिदुवा बिदुवा के रूप में कौशल शाह एवं पवन कुमार, मंत्री में विकास भट्ट, नरहरिसचदेव की भूमिका में अमित शाह, गुरु गोरखनाथ के रूप में नीरज डालाकोटी, अनुचर के रूप में मनोज कुमार, सखी में आयुशी नेगी, स्त्री के रूप में रिचा सनवाल एवं व्यक्ति की भूमिका में विश्वेश गंगोला द्वारा जीवंत अभिनय किया गया।
प्रस्तुति को अपने उद्घोषक स्वर से हेमंत बिष्ट ने सजाया, जबकि आयोजन में प्रदीप पांडे, सुनील बोरा, राजा शाह, डॉo हिमांशु पांडे, संगीत में संजय आर्या, रवि नेगी, भुवन चन्द्रा, संगीता बिष्ट, कामाक्षी अलचौनी, ब्रोशर निर्माण में अशोक कंसल, रफत आलम, पंकज रावत, मेकअप में राजेश चंद्रा आदि द्वारा योगदान दिया गया।
युग मंच की दो दिवसीय प्रस्तुति के दौरान अतिथियों के रूप में आकाशवाणी अल्मोड़ा के केन्द्र निदेशक प्रतुल जोशी, राम नगर के डी एस नेगी, मिथिलेश पांडे, उमेश तिवारी, पदम श्री अनूप शाह, के पी शाह, राजीव लोचन शाह, राजेन्द्र खुराना, रवि जोशी, प्रभात गंगोला, मंजूर हुसैन, हरीश राणा, राजेश आर्या आदि की उपस्थिति प्रेरणादायी रही।