मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त द्वारा कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करते हुये एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया

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भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) कार्ययोजना, डाटा इकोसिस्टम तथा अनुश्रवण विषय पर आज विकास भवन सभागार बागेश्वर में मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त द्वारा कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करते हुये एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में समस्त जनपद स्तरीय एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों सहित संबंधित अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में सीपीपीजीजी के विशेषज्ञ करूणा करन सिंह, शोध अधिकारी बीस सूत्रीय कार्यक्रम जे.सी. चंदोला द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
  कार्यशाला को संबोधित करते हुये मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में सभी विभागों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला बहुत ही महत्वपूर्ण है, सभी को इसका प्रशिक्षण लेते हुये इसको ध्यान से समझने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया कि नीति आयोग द्वारा जारी संकेतकों के आधार पर मासिक एवं वार्षिक कार्य योजना तैयार कर शीघ्र जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करें। 
  सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एण्ड गुड़ गवर्नेंस उत्तराखण्ड देहरादून (सीपीपीजीजी) से आये विशेषज्ञ करूणा करन सिंह एवं शोध अधिकारी जे.सी. चंदोला ने कार्यशाला में सतत् विकास लक्ष्य के सन्दर्भ मे जानकारी देते हुए बताया कि नीति आयोग द्वारा सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों से 115 संकेतकों पर 16 लक्ष्यों पर आंकडे एकत्रित कर सतत विकास लक्ष्य इंडेक्स 2020-21 तैयार किया है। जिसमें गरीबी उन्मूलन, शून्य भुखमरी, स्वास्थ्य एवं तंदुरूस्ती, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल एवं स्वच्छता, वहन करने योग्य एवं स्वच्छ ऊर्जा, संतोषजनक रोजगार सृजन तथा आर्थिक वृद्धि, उद्योग नवाचार एवं आर्थिक समृद्वि, विषमताओं में कमी लाना, दीर्घकालीन शहर एवं समाज, सतत् उपभोग तथा उत्पादन, जलवायु अभियान, जलीय जीवन, स्थलीय जीवन, शांति, न्याय एवं मजबूत संस्थान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देश के सतत् विकास लक्ष्य इंडेक्स में उत्तराखंड राज्य वर्ष 2018 में 10वें स्थान, वर्ष 2019 में 9वें स्थान तथा वर्ष 2020-21 में तीसरे स्थान पर है। राज्य ने सतत् विकास के लक्ष्य ‘किफायती एवं स्वच्छ ऊर्जा’ तथा ‘शांति, न्याय एवं मजबूत संस्थान’ में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि एसडीजी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए जिला स्तर पर टास्कफोर्स गठित है जो विभागों द्वारा तैयार किए गए एक्शन प्लान का अनुश्रवण करती है। जिला स्तर से सभी सूचनाएं सीपीपीजीजी द्वारा तैयार किए गए डेसबोर्ड पर अॉनलाइन फीड की जाएगी और प्रत्येक माह इसकी रैकिंग भी की जाएगी। इस दौरान कार्यशाल में समूह बनाकर संकेतकों के आधार विभिन्न विषयों पर परिचर्चा भी की गर्इ। 

कार्याशाला में जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए शिल्पी पंत, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी देवेन्द्र नाथ गोस्वामी, अर्थ एवं संख्याधिकारी मुकेश सिंह नेगी, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, जिला युवा कल्याण अधिकारी अर्जुन सिंह रावत, अधि0अभि0 विद्युत भाष्करानन्द पाण्डेय, परियोजना अधिकारी उरेडा राकी कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ प्रमोद सिंह जंगपांगी सहित संबंधित अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।

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