मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की

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चम्पावत ।
आगामी मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व आपदा प्रबंधन अधिकारियों की मा0 मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मॉनसून का आगमन सम्भवतः 15 जून को होता हैं तथा 30 सितंबर तक रहता हैं। उन्होंने कहा कि मानसून अवधि में सम्भावित अतिवृष्टि, बाढ़, त्वरित बाढ़, भूस्खलन एवं नदियों का जलस्तर बढ़ने के फलस्वरूप घटित होने वाली आपदाओं के क्षति के परिणाम को कम करने लिए आवश्यक हैं कि सभी सम्बंधित विभागों द्वारा सतर्कता का उच्च स्तर बनाया जाए एवं आवश्यक पुर्ण तैयारीयां की जाए तथा साथ घटित होने वाली आपदाओं के लिए सभी तैयारियां अभी से ही सुनिश्चित करें ताकि प्रदेश में किसी तरह की जान-माल की हानि ना हो।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश, दैवीय आपदा से होने वाले संभावित नुकसान को दष्टिगत रखते हुए अधिकारियों को आपदा से निपटने के लिए मुस्तैदी के साथ तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक तैयारियां अच्छी हैं परंतु यह समय हमारे लिए चुनौती का हैं क्योंकि मानसून आने से पहले ही आय दिन बादल फटने की घटनाएं घट थी हैं। इसको देखते हुए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता हैं। उन्होंने बीते वर्ष मानसून सीजन में हुई क्षति की जानकारी भी ली।


उन्होंने यह भी कहा कि आपदा से निपटने के लिए संबंधित अधिकारी तैयार रहें। उन्होंने मानसून सीजन के दौरान बारिश होने से क्षेत्रों में पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त व
राजमार्गो पर क्षतिग्रस्त मार्ग
होने पर त्वरित कार्यवाही कर मरम्मत करने के निर्देश दिए।
मा0 मुख्यमंत्री ने मानसून अवधी में दैवीय आपदा से संबंधित सूचनाओं का आदान प्रदान के साथ ही तहसील स्तर व ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रुम स्थापित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने वन विभाग, जल संस्थान, पुलिस, लोनिवि, विद्युत विभाग समेत अन्य संबंधित विभाग को भी मानसून के दौरान दैवी आपदा से संबंधित सूचनाएं हर रोज कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानसून सीजन में कोई भी अधिकारी लापरवाई न बरतें। बैठक के दौरान मुख्य सचिव महोदय श्री ओम प्रकाश ने सभी जिलाधिकारियों को अपने अपने जनपदों में आगामी मानसून के दृष्टिगत मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए। जनपद चम्पावत की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में बैठक सम्बंधित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कि जा चुकी हैं साथ ही मॉक ड्रिल वनाग्नि के दृष्टिगत की गई थी तथा मानसून से सम्बंधित मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा चुकी हैं। जो शीघ्र ही करा ली जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिह, अपर जिलाधिकारी त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल एसके गुप्ता, ईई जल संस्थान बिलाल यूनुस, ईई लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडे आदि अन्य अधिकारी जुड़े रहे थे।

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