देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 को लेकर सरकार ने कमर कस ली है. चुनावी दौरे से लौटते ही शुक्रवार 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड सचिवालय देहरादून में पुलिस और शासन के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान सीएम धामी ने उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की और उन्हें जरूर दिशा-निर्देश भी दिए.
बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को चारधाम सहित यात्रा मार्गों पर बिजली, पेयजल और सड़कों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने यात्रा ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट मोड पर रखने को कहा. साथ ही कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सुरक्षा में तैनात कर्मियों को हर छह घंटे के बाद आराम दिया जाए. यात्रा में आने वाले वाहन चालकों के ठहरने और सोने की व्यवस्था की जाए.
सीएम धामी ने दिए ये निर्देश: वहीं, सीएम धामी ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरा करने को कहा है. साथ ही विभागीय सचिव यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव हर हफ्ते चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की बैठक करेंगी. डीजीपी चारधाम यात्रा का स्थलीय निरीक्षण कर पुलिस और कानून व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे. वहीं, बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर जगह-जगह प्राइवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था होगी.
चारधाम यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं करने को कहा है. घोड़े और खच्चर संचालकों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्ण व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही 10 मई को उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की विधिवत शुरुआत हो जाएगी. वहीं 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोल जाएंगे. सबसे आखिर में 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खोल जाएंगे.
हरीश रावत ने कसा था तंज: वहीं, बीते दिनों उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 की तैयारियों को लेकर सूबे के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने धामी सरकार तंज सका था. हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि चारधाम यात्रा की तिथियां सामने आ चुकी है. स्थितियां अब बहुत नजदीक हैं. मगर चारधाम यात्रा के लिए उत्तरदाई मंत्रालय और उनके मंत्री देश भर में पर्यटक बनकर घूम रहे हैं. मुख्यमंत्री भी राज्य से बाहर है. अकेले मुख्य सचिव को ही वनाग्नि और चारधाम यात्रा की चिंता करनी पड़ रही हैं