
मंगलवार शाम को कार्यमंत्रणा की बैठक में सत्र की अवधि एक और दिन बढ़ाने का निर्णय लिया था। जिसके बाद आज तीसरे दिन भी विशेष सत्र की कार्रवाई शुरू हो गई है।सदन में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने रखी अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाई। मंत्री ने कहा राज्य बनने के समय प्रदेश में 54 बाल विकास परियोजनाएं संचालित थी। जिनकी संख्या आज बढ़कर105 हो गई है। उन्होंने कहा साल 2000 में 4243 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित थे। जिनकी संख्या आज 20 हज़ार से अधिक हो गई है।कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ ने सदन में कहा कि कांग्रेस शासनकाल में काफी काम हुए थे, लेकिन आज कई अहम मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि स्वास्थ्य विभाग के लिए अलग से मंत्री बनाया जाए, क्योंकि वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री के पास पांच से अधिक विभाग हैं और उनके पास समय की कमी है। बेहड़ ने कहा कि जब खुद नेता पलायन का मन बना लेते हैं, तो राज्य से पलायन कैसे रुकेगा। उन्होंने तंज कसा कि पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधायकों के देहरादून में मकान हैं। विधायक ने कहा उधमसिंह नगर के खुरपिया क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है। अगर वहां विकास होगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि संपत्तियों का बंटवारा जल्द किया जाना चाहिए, क्योंकि कई जगह बिना नक्शों के मकान बन रहे हैं। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य बनने के समय जो लोग यहां थे, उन्हें मूलनिवासी माना जाए। बेहड़ ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य बनने के बाद से विधायकों के अपमान के मामले बढ़े हैं और कुछ अधिकारी बार-बार चार ही जिलों में तबादले पाकर लौट आते हैं


