उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज मौन उपवास रखा, हल्द्वानी के स्वराज आश्रम में हरीश रावत के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य भी मौजूद रहे, 10 नवंबर को कांग्रेस की विजय शंखनाद संकल्प जनसभा को रामलीला ग्राउंड में अनुमति ना मिलने के मामले में हरीश रावत ने मौन उपवास रखा, अब कांग्रेस की विजय शंखनाद संकल्प रैली कल हल्द्वानी के रामलीला ग्राउंड में आयोजित होगी, जहां से कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकेगी, विजय शंखनाद संकल्प जनसभा के जरिए कांग्रेस पार्टी के एकजुट होने का मैसेज भी जनता के बीच देने की कोशिश करेगी.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा की विपक्ष को जिस तरह का सम्मान उत्तराखंड में मिलना चाहिए था वह बिल्कुल खत्म कर दिया गया है, और राज्य सरकार ने जानबूझकर कांग्रेस की विजय संकल्प शंखनाद रैली को हल्द्वानी के रामलीला मैदान में नहीं होने दिया,
इससे साफ जाहिर है कि उत्तराखंड में विपक्ष की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है, लेकिन सरकार जैसे विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है. वैसे ही 2022 में जनता भाजपा को दबा देगी.हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर कांग्रेस की रैली को गड़बड़ करने का षडयंत्र रचा गया है और राज्य की जनता ऐसे षड्यंत्रकारियों को माफ नहीं करेगी।वहीं मौन उपवास कार्यक्रम में हरीश रावत के साथ पूर्व कैबिनट मंत्री यशपाल आर्य भी मौजूद रहे. यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस की विजय संकल्प शंखनाद जनसभा से भाजपा बुरी तरह घबरा गई है. यह भाजपा की घबराहट ही है की उन्होंने कांग्रेस की विजय संकल्प शंखनाद जनसभा को लेकर बाधा उत्पन्न कर दी, लेकिन कल कांग्रेस का जो विजय शंखनाद हल्द्वानी से होगा उससे 2022 के आगे की तस्वीर बिल्कुल साफ हो जाएगी।