लालकुआं ,
भाकपा (माले) ने लालकुआं तहसील में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर आवारा गोवंश से टकराकर हादसे का शिकार हुए युवकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की।
इस दौरान भाकपा (माले) के जिला सचिव कॉमरेड डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, 7 अगस्त 2024 को भाकपा (माले) द्वारा दिए गए ज्ञापन में आवारा गोवंश से किसानों की फसल के नुकसान और सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं में जान- माल की हानि रोकने की मांग को लेकर एक ज्ञापन दिया गया था। उसके बाद आवारा गोवंश से हुई कई दुर्घटनाओं में कई लोगों की मुत्यु हुई व कई लोग घायल हो चुके हैं। 18 सितम्बर को तहसील में भी विशाल प्रदर्शन करके आवारा गोवंश को तहसील में बांधते हुए ज्ञापन सौंपा गया था परंतु इसके पश्चात् भी कोई परिणाम सामने नहीं आया है। आवारा गोवंश का आतंक बदस्तूर चौतरफा जारी है।
3 सितम्बर 2022 को आवारा गोवंश के टकराने से बाइकसवार युवक लवी नेगी की मौत हुई थी व हिमांशु रावत गम्भीर रूप से घायल हुआ था। घायल हिमांशु रावत का काफी समय से इलाज चल रहा है। उसका एक पांव व एक हाथ बुरी तरह से फ्रैक्चर हुआ व कमर में भी काफी चोट लगी थी। उसके इलाज में ऑपरेशन, दवाई व सर्जरी के सामान खरीदने में काफी पैसा खर्च हो चुका है। हिमांशु रावत गरीब परिवार का बच्चा है और परिवार आर्थिक बोझ से दबा हुआ है।
भाकपा(माले) एरिया सचिव पुष्कर दुबड़िया ने कहा कि, यह हादसा आवारा गोवंश के टकराने से हुआ है और गोवंश के आवारा होने का सीधा कारण शासन- प्रशासन की नीतियां है। इसलिए शासन प्रशासन को गोवंश के कारण हो रहे हादसों में घायलों व मृतकों को मुआवजा देना चाहिए। जैसा कि 18 सितम्बर के दिए ज्ञापन में भी मुआवजे की मांग रखी गई थी।
ज्ञापन के द्वारा तहसीलदार लालकुआं के माध्यम से प्रशासन से मांग की गई कि 3 सितंबर को हुई दुर्घटना में घायल व मृतक के परिवार को जिला प्रशासन अपने कोष से मुआवजा दे साथ ही आवारा गोवंश के कारण हो रह से और जल्द ही गोवंश के कारण दुर्घटनाओं में भी मुआवजे की नीति बनाने की पहल की जाय। फिलहाल अपने स्तर से जिला प्रशासन के कोष से हिमांशु रावत के परिवार को मुआवजा दिया जाय।
ज्ञापन देने वालों में डा कैलाश पाण्डेय, पुष्कर दुबड़िया, विमला रौथाण, ललित मटियाली, नैन सिंह कोरंगा, निर्मला शाही, आनंद दानू, अनीता अन्ना,सरिता जंगी, मुन्नी देवी, भावना देवी, पुष्पा देवी, प्रीति पाण्डेय, हेमंती देवी, चंद्रशेखर पाठक, नारायण सिंह आदि शामिल रहे।