जिलाधिकारी श्री धीराज सिह गर्ब्याल लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होने शनिवार को तल्ला रामगढ आपदा प्रभावित क्षेत्र रामगढ तल्ला बाजार, झूतिया, सुकना का स्थलीय निरीक्षण किया तथा प्रभावितों को घर-घर जाकर सहायता चैक वितरित किये।
जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने आपदा से प्रभावित लोगों की समस्यायें सुनी व तुरन्त समस्याओं का निराकरण कराने के निर्देश मौके पर सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होने रामगढ जमरानी नाले से हुए रामगढ तल्ली बाजार मे घरों, दुकानों को हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया व प्रभावितों से वार्ता कर उनकी समस्याओं को सूना व नुकसान देखा साथ ही उप जिलाधिकारी व जिला विकास अधिकारी को तुरन्त समस्याओं का निराकरण कराने व प्रभावितों को खाद्यान,टैंट, राहत सामग्री व सहायता चैक वितरण कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने क्षेत्र मे आपदा से प्रभावित पूर्ण ध्वस्त मकान एवं आंशिक नुकसान के ललित,देवेन्द्र तिवारी, नारायण दत्त, सुरेश सिह, जीवन चन्द्र, बहादुर सिह, पार्वती देवी, राजेन्द्र सिह, योगेश, कुन्दन सिह, हरीश कार्की, आनन्दी देवी सहित 35 भवन क्षति के 15 लाख 10 हजार के चैक घर-घर जाकर वितरित किये।
श्री गर्ब्याल ने रामगढ के काश्तकारों के बागान एवं फसल क्षति को देखते हुये क्षेत्रवासियों की मांग पर मुख्य उद्यान अधिकारी को उच्च गुणवत्ता के मटर बीज एक सप्ताह के अन्दर काश्तकारों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि काश्तकारों को आने वाले तीन माह में फसल तैयार होकर उनकी आर्थिक स्थिति ठीक होने मे सहायता मिल सके। उन्होने उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि काश्तकारो को 80 प्रतिशत अनुदान पर उच्चकोटि के मटर बीज उपलब्ध करायें। श्री गर्ब्याल ने उप जिलाधिकारी व जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा मे जिन लोगों के घर के आंगन क्षतिग्रस्त हुये है उनका त्वरित आंकलन करें सहायता राशि दें तथा मनरेगा के अन्तर्गत भी कार्य प्रारम्भ कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि त्वरित राहत एवं सहायता कार्य करते हुये कार्यो के दीर्घकालीन स्थायी प्रस्ताव भी बनायें। उन्होने जनता की मांग पर लोशज्ञानी व सिनौली गांव के आपदा प्रभावितों को विस्थापन का प्रस्ताव भी बनाने के निर्देश मौके पर दिये। उन्होने कहा क्षेत्र मे जो भी पशुहानि हुई है उनका सत्यापन पशु चिकित्साधिकारी एवं ग्राम प्रधान से कराते हुये सहायता राशि तुरन्त देने के निर्देश भी दिये। उन्होने रामगाढ व जमरानी नाले पर आपदा दौरान बहे पुलों का निर्माण प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश अधिशासी अभियन्ता लोनिवि को दिये। प्रशासन द्वारा आपदा राहत कार्या के दौरान किये गये कार्यो की क्षेत्रवासियों द्वारा सराहना की गई।