
हल्द्वानी। जनता अपराध मुक्त वातावरण चाहती है। पुलिस पर जनता का विश्वास तभी कायम रहेगा जब हम अपराधियों के खिलाफ ठोस और त्वरित कार्रवाई करेंगे। किसी भी स्तर पर ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी। अपराध नियंत्रण ही हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि एसएचओ और एसओ खुद को मठाधीश न समझे।
आपराधिक घटनाओं में लापरवाही बरतने पर संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध 24 घंटे के भीतर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। यह बात आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने कहीं। शुक्रवार को कोतवाली परिसर में कुमाऊं रेंज की पुलिस अपराध समीक्षा बैठक कुमाऊँ आईजी रिद्धिम अग्रवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। अपराध समीक्षा बैठक में आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने अपराध नियंत्रण, लंबित विवेचनाओं, महिला शवों की शिनाख्त, गुमशुदगी, नशा-रोधी अभियान, तथा आगामी त्योहारों व छात्रसंघ चुनावों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
आईजी ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव, नन्दा अष्टमी, वाराफात में पूरी तरह से शांति व्यवस्था बनी रहे। गुंडा तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जाए। यदि चुनाव में फायरिंग या गंभीर वारदात हुई और लापरवाही पाई गई तो 24 घंटे के भीतर एसएचओ का निलंबन तय है। डीएनए प्रोफाइलिंग, फेस रिकग्निशन, फोटो प्रसार एवं सोशल मीडिया का सहयोग लेने पर बल दिया। कहा कि हर शव की पहचान जरूरी है, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय और मिल सके। थानों में पड़े वाहनों को न्यायालय की अनुमति से एक माह में नीलाम/स्क्रैप करने के निर्देश दिए। एनडीपीएस के मामलों को लेकर कहा कि साल 2015 तक के लंबित माल जल्द से जल्द न्यायालय आदेश अनुसार नष्ट कर दिए जाएं। लंबे समय तक जब्त एनडीपीएस माल रखना सुरक्षा व कानूनी दृष्टिकोण से खतरा हैं। गुमशुदा महिलाओं और बालिकाओं के मामले उच्च प्राथमिकता के साथ देखे जाएं।
छह माह से अधिक लंबित विवेचना व विभागीय जांचें, 15 दिनों में निस्तारित किए जाएं। कहा कि बहाने नहीं, नतीजे चाहिए। पुलिस क्षेत्राधिकारियों को साप्ताहिक ओआर मीटिंग अनिवार्य रूप से करनी होगी। इस दौरान एसएसपी ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा, एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा, एसपी चंपावत अजय गणपति, एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव, एसपी बागेश्वर चंद्रशेखर घोडके, एसपी क्राइम रुद्रपुर निहारिका तोमर आदि रहे