जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ आशीष चौहान ने सचिव स्वास्थ्य उत्तराखंड द्वारा जारी पत्र के हवाले से अवगत कराया है कि कोविड-19 वेरियन्ट (8.1.1.529) से संक्रमित रोगी Botswana, South Africa and Hong Kong में रिपोर्ट हुए है। पत्र के माध्यम से यह अवगत कराया गया है कि, इस नये वेरियन्ट में अधिक म्यूटेशन पाये गये है, जोकि एक गंभीर जनस्वास्थ्य समस्या का रूप ले सकता है। हालांकि भारतवर्ष एवं उत्तराखण्ड राज्य में वर्तमान तक इस वेरियन्ट का कोई रोगी रिपोर्ट नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों की सघन रूप से मॉनीटरिंग व कोविड-19 टेस्टिंग की जानी आवश्यकीय है। सभी कोविड-19 पॉजिटिय सैम्पल Genomic Sequence टेस्टिंग के लिए अनिवार्य रूप से राजकीय दून मेडिकल कॉलेज लैब, देहरादून में भेजे जायें। उक्त कोविड–19 वेरियन्ट (8.1.1.529) की समुचित रोकथाम के लिए उक्त निरोधात्मक कार्यवाही को धरातल पर पुरजोर तरीके से किया जाना आवश्यक है। उन्होंने प्रदेश के सभी जनपदों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक जनपद स्तर पर प्रशासन,पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग (जिला सर्विलांस अधिकारी, IDSP) के उच्च स्तरीय अधिकारी को सम्मिलित करते हुए जनपद स्तरीय मॉनीटरिंग टीम का गठन करते हुए जो भी कार्यवाही की जा रही है उसका निरन्तर अनुश्रवण किया जाय।
उन्होंने अवगत कराया है कि भारतवर्ष एवं उत्तराखण्ड राज्य में वर्तमान तक इस वेरियन्ट का कोई रोगी रिपोर्ट नहीं हुआ है किन्तु समयान्तर्गत बचाव की तैयारियों के दृष्टिगत जनपद स्तर पर विशेष सावधानी बरतें एवं बचाव नियंत्रण व रोकथाम एवं उपचार की समस्त तैयारियां पूर्ण करते हुए नियमित समीक्षा भी करें।
सचिव स्वास्थ्य ने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए है कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों की सघन रूप से मॉनीटरिंग कोविड-19 टेस्टिंग की जाए एवं सभी कोविड-19 पॉजिटिव सैम्पल टेस्टिंग के लिए लैब को भेजे जायें। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण का प्रभाव वर्तमान में कम हुआ है, प्रायः देखा जा रहा है कि वर्तमान में राज्य में कोविड-19 की दैनिक दर निरन्तर गिरावट दर्ज हो रही है। परंतु कोविड-19 संक्रमण किसी भी समय महामारी का रूप ले सकता है इसकी रोकथाम व नियंत्रण हेतु वैक्सीनेशन तथा सैम्पलिंग को बढ़ाया जाए। जनपद स्तर पर सैम्पल टेस्टिंग हेतु ICMR भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाय।पॉजिटिव मरीज की पूर्ण रूप से कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जाए एवं अधिक से अधिक कॉन्टेक्ट को चिन्हित किया जाय, ICMR Guidelines के अनुसार जांच व सर्विलेन्स किया जाए। किसी भी क्षेत्र में कोविड-19 रोगियों की अधिक संख्या मिलने पर समस्त Containment उपाय शीघ्रातिशीघ्र किये जाए। ऐसे क्षेत्र में मोबाईल टीम व हेल्थ कैम्प के माध्यम से कोविड-19 के लक्षणों वाले मरीजों की जांच की जाए।
शासन से प्राप्त निर्देशानुसार जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिए हैं, कि कोविड-19 के नियंत्रण हेतु जिले में सैम्पलिंग बड़ाई जाय। इसके अतिरिक्त प्रत्येक दिन कम से कम 3 हजार लोगों का वैक्सीनेशन कराया जाय। उन्होंने कहा कि मास्क के उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु भी लगातार अभियान चलाया जाय। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर आम लोगों को जागरूक किया जाय। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को दिसम्बर मांह में समय समय पर महाअभियान चलाकर शत प्रतिशत व्यक्तियों को कोरोना की द्वितीय डोज लगाई जाए।
जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वह कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु मास्क अवश्य ही उपयोग करने के साथ ही जिन व्यक्तियों द्वारा अभी तक कोरोना का दूसरा टीका नहीं लगा है वह शीघ्र ही लगा लें।
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