श्री हनुमान मंदिर एवं श्री श्री 1008 बाबा केशवदास आश्रम (बाबाजी की कुटिया) दुम्काबंगर (उमापति) हल्दूचौड़ जिला नैनीताल में दसम दिवस की श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ की कथा से पूर्व नित्य पूजन हवन भक्तों द्वारा पुरोहितों की उपस्थिति में किया गया उसके बाद व्यास पीठ से व्यास पंडित सतीश चंद्र लोहनी जी ने अपनी मधुर वाणी से कहा कि जैसे कपड़े पहने पर कपड़ा गंदा होता ही है वैसे ही मनुष्य जन्म मिलने पर पाप भी होता ही है जैसे कपड़ा धोने से साफ़ शुद्ध हो जाता है वैसे ही प्रायश्चित कर लेने से पर पाप भी समाप्त हो जाता है पाप से हि रोग व दुःख मिलता है पुन्य से शुख व निरोगता कि समाप्ति होती है लेकिन इन दोनों से ऊपर है भक्ति जो व्यक्ति को सुख दुःख पाप पुन्य जन्म मृत्यु व भय से छुड़ाकर परम धाम की प्राप्ति मोक्ष करा देती है
जन्म सफल बना देती है इसलिए व्यक्ति को मात्र और मात्र भक्ति करनी चाहिए भक्ति का अर्थ में से कर्म करें जिससे हमारा आराध्य हमारा हो जाय व उसको हमारी स्मरण हो आ जाय जैसे परदेश गये प्रियतम को घर पर रह रही अपनी प्रिया का स्मरण याद आती है फिर वह मिलने के लिए बैचेन होता है वैसे ही परमात्मा भी ऐसे ही कृपा करें तभी जीवन सफल है होता है आज कथा के बाद मंदिर कमेटी के संरक्षक द्वारा सभी उपस्थित भक्त जनों श्रोताओं व क्षेत्रिय जनता दान दाताओं व क्षेत्रिय जनता संस्थाओं फैक्ट्रीयो व दुग्ध संघ लालकुआं का सहयोग के लिए समिति की ओर से आभार प्रकट किया कि कथा में श्रोतागणों में मंदिर पुजारी प्रकाश जोशी श्रीमती एवं श्री चंदबललभ खोलिया श्रीमती एवं श्री पूरन चंद भट्ट विधायक मोहन सिंह बिष्ट जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला जिला कांग्रेस कमेटी नैनीताल अध्यक्ष राहुल छिमवाल नरेश अग्रवाल प्रकाश पाडे पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जगमोन चिलवाल जगमोहन बगड़वाल नंदन दुर्गापाल पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी पूर्व प्रधान इंदर सिंह बिष्ट किरन डालाकोटी राजेन्द्र सिंह दफोटी राजीव बिरखानी भुबन कबडवाल हरीश बमेटा हेम पन्त कमेटी के संरक्षक उमेश चंद्र कबड़वाल, अध्यक्ष कैलाश चन्द्र दुम्का, उपाध्यक्ष दयाकिशन दुम्का, सचिव बालकृष्ण दुम्का, कोषाध्यक्ष खीमानंद तिवारी, लेखा निरीक्षक दयाकिशन बमेटा, मनोज कोठारी दयाकिशन कबड्वाल, कैलाश चन्द्र बमेटा पूर्व प्रधान मुकेश दुमका भुबन गरवाल नवीन बमेटा पूर्व प्रधान इंदू कबड़वाल पूर्व प्रधान रस्मी दुमका पूर्व प्रधान खीमानंद कविदयाल दयाकिशन कबड्वाल हरीश बिष्ट किशन तिवारी , लाल सिंह धपोला शेखर कबडवाल केशवदत्त कबडवाल,कमलेश बमेटा ,जीवन तिवारी, छात्र महा संघ पूर्व अध्यक्ष हिमांशु कबड्वाल पी बी भट्ट रमेश दुमका दयाकिशन दुमका महेश चंद्र दुम्का, मोतीराम गरवाल, सुरेश चंद्र जोशी, गणेश दत्त जोशी, नंदाबल्लभ कबड़वाल,गोपालदत्त सुनाल, कमलेश बमेटा गुडू बमेटा गणेश बमेटा गिरीश कबड़वाल दयाकृष्ण कबड़वाल, बद्रीदत्त जोशी, मुकेश कबड़वाल, गोपाल दत्त दुम्का, गिरीश कबड़वाल, कातिबलभ सुनाल, गणेश बमेटा, खीमानंद दुमका, हेम कबड़वाल, मुकेश कबड़वाल, उर्वादत्त भट्ट, कान्ति बल्लभ दुम्का,भुबन बमेटा, भुबन कबडवाल पूरन कपिल,भुबनचंद्र पांडे, खीमानंद बमेटा, जगदीश सनवाल, गंगादत्त जोशी, तारादत्त जोशी, मथुरादत्त जोशी, गिरीश धारियाल उरबा दत्त भट्ट निपूण अग्रवाल तेज सिंह महरा विशंभर कबडवाल जगदीश सनवाल खीमानंद मिश्रा देवी दत्त बमेटा भुबन पवार प्रकाश जोशी मदन सिंह दानी, लीलाधर खोलिया, महेश चंद्र डबडाल, गोपालदत्त दुम्का सुरेश कबड़वाल सुरेश बिरखानी, चन्द्रशेखर जोशी, हरिदत्त बिरखानी,बंका सिंह मोहन जोशी अशोक दुमका जगदीश खोलिया पूरन जोशी रमेश परगाई हेम कोठारी दिनेश मिश्रा रमेश अजय खोलिया पवन पांडे पंकज दुमका प्रकाश जोशी आनन्द बिष्ट गुड्डू मेहरा गौतम भट्ट राहुल जोशी अनुप दफोटी भगवत पांडे,आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का समापन विशाल भंडारे के साथ समापन हुआ जिसमें लगभग 4000 लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया