विधायक कार्यालय से कुछ ही दूरी पर सोलर वाटर पंप बना शो पीस,पिछले लंबे अरसे से कर रहे हैं क्षेत्रवासी ठीक किए जाने की मांग

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हल्दूचौड़
विधायक कार्यालय से बमुश्किल 100 मीटर से भी कम दूरी पर स्थापित सोलर वाटर पंप विभागीय काहिली एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते महज शो पीस बना हुआ है भीषण गर्मी में आते जाते राहगीरों को गर्मी से राहत लेने के लिए यहां पर एक बूंद पानी भी नसीब नहीं हो रहा है इतना ही नहीं पास में ही बने बेजुबानों के लिए हौज में भी पानी की व्यवस्था लोग अपने-अपने स्तर से कर रहे हैं गौरतलब है कि हल्दूचौड़ रेलवे क्रॉसिंग से पहले गन्ना सेंटर फील्ड में पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल द्वारा इंडिया मार्का हैंडपंप स्थापित कराया गया था जिससे काफी हद तक क्षेत्र वासियों को पानी की सुविधा मिल जाती थी अथवा आते जाते लोग या सड़क के किनारे अस्थाई दुकान लगाकर कारोबार कर रहे लोगों को भी इसका फायदा मिलता रहा था धीरे-धीरे भूजल स्तर कम होने से इंडिया मार्का हैंडपंप जवाब देने लगा बहरहाल 2017 में पूर्व विधायक नवीन चंद्र दुम्का ने कार्यभार संभालते ही इस ओर गंभीरता से ध्यान दिया और उन्होंने इसे हाईटेक करते हुए सामान्य इंडिया मार्का हैंडपंप को सोलर वाटर पंप में तब्दील कर दिया ताकि लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाए और बेजुबानों के लिए पास में ही हौज बना दी गई ताकि बेजुबान भी अपनी प्यास बुझा सके लेकिन पिछले लंबे अरसे से अब यह सोलर वाटर पंप जवाब दे चुका है यहां से वाटर सप्लाई पूरी तरह बंद है पास में ही जानवरों के लिए बनाए गए हौज में स्थानीय लोगों के द्वारा अन्य जगह से पानी लाकर डाला जाता है ताकि बेजुबानों की समस्या को हल किया जा सके लेकिन खुद के गले तर करने में उन्हें पापड़ बेलने पड़ रहे हैं समाज सेवी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी मोहन चंद्र दुर्गापाल ने कहा कि इस संदर्भ में हुए कई मर्तबा संबंधित विभाग से बात कर चुके हैं लेकिन हल नहीं निकल सका है जिससे अब क्षेत्रवासियों में रोष गहराने लगा है समाज सेवी हेमवती नंदन दुर्गापाल का कहना है कि पूर्व में उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों से वार्ता कर इस समस्या का हल करवाया था लेकिन समस्या फिर से जस की तस हो चुकी है इधर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता नंदकिशोर का कहना है कि सोलर वाटर पंप जल संस्थान के कार्यक्षेत्र में नहीं आता है यह जल निगम के अधिकार क्षेत्र में आता है लिहाजा रखरखाव सुधारीकरण यह सब कुछ जल निगम को ही करना है
जबकि जल निगम के अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार का कहना है कि उक्त सोलर वाटर पंप में कहीं कोई खराबी नहीं है बोर में दिक्कत है वाटर लेवल कम है तथा अंदर बनी जालियां खराब हो चुकी हैं यह कार्य जल संस्थान के अंतर्गत आता है जल संस्थान बोर को सही कर दे तो उसे हम सोलर वाटर पंप से कनेक्ट कर देंगे

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