

लालकुआं। नगर के गौला रोड रेलवे क्रॉसिंग और हाथीखाना क्षेत्र में पहुंचे रेल विभाग के कर्मचारी एवं राजस्व कर्मियों ने लगभग आधा किलोमीटर क्षेत्र में नाप जोक करते हुए सीमांकन का कार्य शुरू किया तो क्षेत्रवासी भड़क गए, उन्होंने उक्त भूमि को रेल भूमि का नही होना बताते हुए जबरदस्त हंगामा कर दिया। क्षेत्र वासियों की बढ़ती भी भीड़ एवं नाराजगी को देखते हुए रेलकर्मी मौके से खिसक लिए, जिसके बाद आक्रोशित 100 से अधिक लोगों ने सड़क से तहसील तक जबरदस्त प्रदर्शन किया। इधर उप जिलाधिकारी रेखा कोहली ने कहा कि प्रशासन रेलवे के नक्शे को राजस्व के नक्शे से मिलान करते हुए रेलवे भूमि का सीमांकन करवाएंगा।शनिवार की दोपहर को सीनियर सेक्शन इंजीनियर वर्क्स काठगोदाम गिरिजेश कुमार के नेतृत्व में पहुंचे रेल कर्मियों और तहसीलदार कुलदीप पांडे के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों ने गौला रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग के समीप से पूरब की ओर को फलाहारी बाबा मंदिर तक नपाई का कार्य शुरू कर दिया, जैसे ही उक्त लोग हाथी खाना क्षेत्र में नाप जोक कर रहे थे तो एकत्र हुए स्थानीय लोगों ने रेलवे की टीम को रोकते हुए कहा कि जिस भूमि की वह माप जोक कर रहे हैं वह रेलवे की नहीं है, इस पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर लोगों पर भड़कने
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लगे तो क्षेत्र वासियों की संख्या बढ़ गई, तथा नाराजगी भी बढ़ने लगी, इसके बाद तहसीलदार ने रेलवे कर्मचारियों से उक्त भूमि का नक्शा आदि मांगा तो वह दिखाने में सफल नहीं हो सके, जैसे ही क्षेत्र वासियों को पता चला कि रेलवे कर्मी तो बिना किसी नक्से के माप जोक कर रहे हैं तो उनका पारा चढ़ गया, लोगों की कड़ी नाराजगी को देखते हुए सीनियर सेक्शन इंजीनियर अपनी टीम को लेकर वहां से चले गए। इसके बाद भारी संख्या में क्षेत्रवासी जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए तहसील में पहुंचे जहां तहसीलदार कुलदीप पांडे ने उन्हें समझा बूझाकर किसी तरह शांत किया। इधर हाथीखाना क्षेत्र में पहुंचे सीनियर सेक्शन इंजीनियर गिरिजेश कुमार ने कहा कि जिस भूमि की उनके द्वारा नपाई की गई है वह रेल भूमि है, जल्द ही उसका सीमांकन किया जाएगा।इधर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने कहा कि सर्वे बिंदु नहीं मिलने के चलते उक्त भूमि की नपाई होना संभव नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त क्षेत्र की पैमाइश डिजिटल मैपिंग या फिर ड्रोन मैपिंग के द्वारा ही की जा सकती है, लालकुआं का डिजिटल मैप नहीं होने के चलते आज सर्वे का कार्य नहीं हो सका, जल्दी मैप बनवाया जाएगा। उसके बाद उक्त भूमि की सर्वे की जाएगी। उसके बाद रेल भूमि की विधिवत पैमाइश होगी।इधर उप जिलाधिकारी रेखा कोहली ने कहा कि लालकुआं क्षेत्र की भूमि की पैमाइश रेलवे के नक्शे की राजस्व के नक्शे से मिलान कराने के बाद ही की जाएगी, साथ ही नियमानुसार कार्रवाई होगी।इधर दूसरी ओर व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि रेल विभाग द्वारा लालकुआं क्षेत्र में पिछले लंबे समय से वन भूमि को रेल भूमि बताते हुए गरीबों को उजाड़ने की कार्रवाई की जा रही है, इससे पूर्व नगीना कॉलोनी क्षेत्र के सैकड़ो परिवारों को रेलवे द्वारा बेघर कर दिया गया, जबकि वहां की भी अधिकांश भूमि वन भूमि थी, उन्होंने कहा कि यदि गौला रोड के दुकानदारों को बेवजह परेशान किया तो व्यापार मंडल उग्र आंदोलन शुरू करेगा। वहीं दूसरी ओर नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह लोटनी ने कहा कि रेलवे के पास अभी भारी संख्या में खाली भूमि पड़ी हुई है, रेलवे उक्त भूमि का उपयोग करने के बजाय 100 साल पूर्व से बसे लोगों को उजाड़ने में बेवजह तुला हुआ है, यहां तक कि ऐसी भूमि से भी लोगों को बेदखल किया जा रहा है जिस भूमि में रेलवे का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हाथी खाना क्षेत्र विशुद्ध रूप से वन भूमि है, लेकिन रेलवे द्वारा आज वहां नाप जोक कर दी गई।यहां संयुक्त पैमाइश करने वाली टीम में तहसीलदार कुलदीप पांडे, सीनियर सेक्शन इंजीनियर काठगोदाम वर्क्स बृजेश कुमार, रेलवे के अवर अभियंता गौरव कुमार, राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार और उप राजस्व निरीक्षक पूजा रानी सहित भारी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे। सीनियर सेक्शन इंजीनियर के खराब व्यवहार से भी लोगों में गहरी नाराजगी देखी गई।