हल्द्वानी: मुखानी थानाक्षेत्र से एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। यहां स्वरोजगार के नाम पर लोगों से जमा की करोड़ों की रकम जालसाज लेकर फरार हो गया। जाते-जाते जालसाज किराए के कार और लैपटॉप भी साथ ले गया। लोगों को पता लगा तो बड़ी संख्या में लोग उसके दफ्तर पहुंच गए, लेकिन वहां ताला लगा था। जिसके बाद लोग शिकायत लेकर मुखानी पुलिस के पास पहुंचे।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस मामले में विनय रौतेला, भुवन बिष्ट और मनोज पांडे ने संयुक्तरूप से मुखानी पुलिस को तहरीर सौंपी। विनय ने बताया कि अरविंदनगर घोन्डा उत्तरी पूर्वी दिल्ली निवासी अंकुश गुप्ता ने लालडांठ रोड संतोषी माता मंदिर के पीछे शिवालिक टावर में धनलक्ष्मी इंटर प्राइसेस के नाम से दफ्तर खोला था।
तैयारीयो का बागडोर लिया अपने हाथों में
एक पंफ्लेट बांट कर उसने क्षेत्र में प्रचार किया और रुद्राक्ष, चंदन, तुलसी मोती और फैंसी माला बनाकर महीने में 30 हजार रुपये तक कमाने का झांसा दिया। उसने करीब दो हजार लोगों से सिक्योरिटी मनी के तौर पर 15-15 हजार रुपये जमा कराए और लोगों के घरों से माल उठाना शुरू कर दिया। अंकुश ने विनय की दुकान से चार लैपटॉप लिए और बदले में चेक दिया, जो बाउंस हो गया। भुवन बिष्ट और मनोज पांडे से कंपनी के लिए कार किराए पर ली।
बीती 10 सितंबर की शाम अंकुश ने ऑफिस का सारा सामान समेटा और किराए की कार में लाद कर फरार हो गया। अनुमान है कि उसने दो हजार लोगों से करीब 3 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। मुखानी थानाध्यक्ष रमेश बोरा का कहना है कि मामले की जांच की शुरू कर दी गई। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।