उधम सिंह नगर जिले के गूलरभोज में पुलिस ने रोशनपुर गांव में एक मकान में चल रही नकली देसी शराब बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने शराब बनाने और सप्लाई करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन सगे भाई हैं और दो दंपत्ती हैं। इस गिरोह का सरगना फरार चल रहा है। पुलिस ने बड़ी मात्रा में देसी शराब, शराब बनाने में इस्तेमाल केमिकल और उपकरण बरामद किए हैं। एसएसपी ने टीम को 2500 रुपये का इनाम और एसओजी के सिपाही खीम सिंह को मैन ऑफ द मंथ घोषित किया।
मंगलवार को एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने गूलरभोज पुलिस चौकी में पत्रकार वार्ता में बताया कि सोमवार की रात एसओजी और गूलरभोज पुलिस की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर चंदायन पुलिया के पास गूलरभोज से आ रहे टेंपो ट्रेवलर UK18TA-1433 को रोका जिसमें 88 पेटियों में देसी शराब के 4224 पव्वे भरे थे।
वही वाहन चालक सुखदेव सिंह निवासी ग्राम कुआखेड़ा थाना बड़ापुर जिला बिजनौर ने बताया कि वे बरामद देसी शराब को रोशनपुर स्थित मकान में तैयार करते है। शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला केमिकल का स्टॉक का गोदाम कुंडेश्वरी काशीपुर में है।
टीम ने सुखदेव की निशानदेही पर रोशनपुर स्थित मकान में छापा मारा। यहां पर कमरों में राज कौर पत्नी संदीप सिंह निवासी फायर सर्विस के पास काशीपुर, नीलम पत्नी मंजीत सिंह निवासी बाजपुर, संदीप सिंह, उसका भाई राजेंद्र सिंह, मंजीत सिंह निवासी मुंडिया कला बाजपुर को पव्वों में पाइप के माध्यम से शराब भरते और पैकिंग मशीन से पव्वों का ढक्कन सील करते हुए पकड़ा।
टीम ने मौके से खाली पव्वों के ढक्कन, बाजपुर गुलाब लिखी चिटें, उत्तराखंड शासन उत्तराखंड आबकारी लिखी चिट सहित शराब बनाने में इस्तेमाल केमिकल, उपकरण, होंडा सिटी कार UP16J- 8968 में भरी 6 पेटी शराब बरामद की और साथ ही टीम ने कुंडेश्वरी काशीपुर स्थित गोदाम से आठ ड्रम शराब बनाने के केमिकल भी जब्त किए।
अभियुक्तों ने बताया कि वे सुखबिंदर सिंह उर्फ सोनू निवासी बेरिया दोलत केलाखेड़ा के लिए काम करते हैं। अवैध देसी शराब बनाकर उसे कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बेचने के लिए ले जाते हैं। इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ धारा 60/60(2)/12 आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। बताया कि फरार सुखबिंदर की तलाश की जा रही है। वहां पर एएसपी अभय सिंह, सीओ बाजपुर बीएस भंडारी मौजूद रहे।
वहीं एसएसपी ने बताया कि आईजीएल काशीपुर में इथाइल एल्कोहल तैयार होता है और उसकी सप्लाई देशभर में होती है। अभियुक्तों की आईजीएल से सप्लाई ले जाने वाले कुछ ट्रक चालकों से सांठगांठ थी और चालक कुछ कुछ मात्रा में एल्कोहल अभियुक्तों को देते थे। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में आईजीएल के कर्मचारियों की संलिप्तता भी हो सकती है। साथ ही शराब बनाने के उपकरण कहां से खरीदे, यह भी साफ होगा जो विवेचना में साफ होगा।
एसएसपी ने बताया कि नकली देसी शराब का धंधा चलने के बाद अभियुक्तों की योजना नकली अंग्रेजी शराब बनाने की भी थी। लेकिन इससे पहले ही अभियुक्त उनके हत्थे चढ़ गए।
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों ने आबादी से दूर गूलरभोज के किनारे एकांत में एक घर किराए पर लिया था। ताकि अवैध कार्य की जानकारी लोगों को न हो सके। घर में गुलाब मार्का देसी शराब तैयार की जाती थी। तीन महीने से नकली शराब तैयार की जा रही थी। बताया कि अभियुक्तों को घर किराए पर देने वाले से भी पूछताछ की जाएगी। नकली शराब लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है। पुलिस ने न सिर्फ नकली शराब से होने वाले हजारों करोड़ों रुपये की राजस्व हानि को रोका है, वहीं लोगों की जान बचाने का काम किया है।
एसएसपी ने बताया कि फरार सुखबिंदर पर इनाम घोषित किया जाएगा। उन्होंने सीओ बाजपुर को इनाम घोषित करने के निर्देश दिए। कहा कि उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पूरे नेटवर्क सहित अन्य अहम जानकारियां मिलेंगी।
एसओजी प्रभारी ऊधमसिंह नगर विजेंद्र शाह, एसओजी प्रभारी काशीपुर भुवन चंद्र जोशी, एएनटीएफ प्रभारी जसवीर चौहान, एसओ राजेश पांडे, एसआई मनोज धौनी, हेड कांस्टेबल खीम सिंह, विनय कुमार, कांस्टेबल कैलाश तोमक्याल, गणेश पाण्डे, नीरज भोज, राजेन्द्र कश्यप, गोकुल टम्टा, दीपक कठैत, दीवान बोरा, हरीश गोस्वामी, विरेन्द्र, महेश चन्द्र, रघुवर रावत, दीपक जोशी, उमेश जोशी, दर्शन सिंह।