स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने रिजल्ट जारी कर दिया है। जिसमें इस बार देहरादून को 68 वां स्थान मिला है। जिस पर सूबे के मुखिया ने नाराजगी जाहिर की है।
बता दें कि साल 2022 में देहरादून 69 वें पायदान पर था। इस बार दून एक ही कदम आगे बढ़ पाया है। जिसके बाद देहरादून के निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा वाहवाही बटोर रहे हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वच्छता रैंकिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की है।
बता दें साल 2021 में देहरादून 82 वें नंबर पर था। जबकि देहरादून ने साल 2017 में 316 वां, साल 2018 में 257 वां और साल 2019 में 384 वां स्थान हासिल किया था। पिछले साल स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजे आने के बाद मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा था कि अगले साल दून को टॉप 50 में शामिल कराना उनका लक्ष्य है।
मेयर गामा के दावे के बाद भी दून टॉप 50 तो दूर उसके आस-पास तक भी नहीं पहुंच पाया। अपनी पिछली रैंकिंग में सिर्फ एक अंक का सुधार करने को निर्वतमान मेयर गामा एक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। शायद इसिलिए फूल मालाओं से उनका स्वागत किया गया। स्वच्छता सर्वेक्षण के रिजल्ट पर सीएम धामी ने नाराजगी जताई है।
सीएम धामी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेशभर के साथ-साथ देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी और कोटद्वार नगर निगमों की स्वच्छता में सुधार लाने के लिए विशेष योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने कहा कि जिन राज्यों में स्वच्छता के लिए अच्छे कार्य हुए हैं। उन राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को अपनाया जाए।