देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव होने में कम ही समय बचा है। पार्टियां चुनाव प्रचार में व्यस्त है। इस बीच चुनाव से पहले एसडीसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड अर्बन एजेंडा-2022 की तीसरी फैक्टशीट जारी की है। जो की उत्तराखंड के लिए कुछ खास नहीं है। खासतौर पर देहरादून के लिए। दून को स्मार्ट सिटी बनाने का दावा तो सरकार ने किया लेकिन इस फैक्टशीट ने सारी सच्चाई बयां कर दी कि दून कितना स्मार्ट बन रहा है। जी हां बता दें कि उत्तराखंड अर्बन एजेंडा की ये फैक्टशीट क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क के परिणामों पर आधारित है।
आपको बता दें कि केद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा की गई विभिन्न आधार पर रैंकिंग में देहरादून को सिर्फ टू स्टार मिले हैं। यानी की दून को टू स्टार रैंकिंग मिली है। देहरादून स्मार्ट सिटी के मामले में पिछड़ गया है। इस पर ज्यादा जानकारी देते हुए एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि इस क्लाइमेट असेसमेंट के तहत केंद्र ने देशभर के 100 स्मार्ट शहरों समेत कुल 126 शहरों का मूल्यांकन किया था। उत्तराखंड से केवल देहरादून शहर को इसमें शामिल किया गया था। 5 पैरामीटर और 28 इंडीकेटर्स के आधार में मूल्यांकन करके शहरों को वन स्टार से फाइव स्टार तक रैंकिंग दी गई थी। इनमे ऊर्जा और ग्रीन बिल्डिंग, अर्बन प्लानिंग, हरियाली और जैव विविधता, मोबिलिटी और वायु गुणवत्ता समेत जल प्रबंधन और वेस्ट मैनेजमेंट शामिल थे।
एसडीजी की फैस्टशीट के अनुसार पहले पायदान पर कोई भी शहर जगह नहीं बना पाया। 9 शहर अहमदाबाद, इंदौर, पिंपरी चिंचवड़, पुणे, राजकोट, सूरत, वडोदरा, विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम को फोर स्टार रैंकिंग मिली। जबकि 22 शहरों को थ्री स्टार रैंकिंग मिली। देहरादून समेत 64 शहरों को टू स्टार रैंकिंग मिली है वहीं 31 शहरों को वन स्टार रैंक मिला। इससे साफ है देहरादून काफी पीछे हैं।
आपको बता दें कि वेस्ट मैनेजमेंट पैरामीटर में देहरादून का प्रदर्शन ठीक ठाक रहा है और दून ने थ्री स्टार रैंकिंग हासिल की। एनर्जी और ग्रीन बिल्डिंग पैरामीटर में देहरादून को टू स्टार रैंकिंग मिली। अर्बन प्लानिंग, ग्रीन कवर और बायोडायवर्सिटी पैरामीटर में देहरादून को सिर्फ वन स्टार रैंकिंग मिली। मोबिलिटी और एयर क्वालिटी के साथ ही वाटर मैनेजमेंट पैरामीटर में भी सिर्फ 1 स्टार रैंकिंग ही मिल पाई। इस तरह 5 मे से 3 पैरामीटर मे देहरादून को वन स्टार रैंकिंग मिली ।