
UKSSSC पेपर लीक कांड की CBI जांच को लेकर अब प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस जांच की संस्तुति देकर युवाओं को राहत दी है, लेकिन इसी फैसले का श्रेय लेने की होड़ ने राजनीति को गरमा दिया है।
UKSSSC पेपर लीक प्रकरण पर सियासी तकरार
हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समर्थक इस फैसले का श्रेय उन्हें दे रहे हैं। इसी पर पलटवार करते हुए खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने त्रिवेंद्र को निशाने पर लिया। उमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, ‘झांझीपन और मानसिक विकलांगता की भी सीमा होती है।

युवाओं का थे ये आंदोलन: विधायक
खानपुर विधायक ने आगे कहा कि यह आंदोलन राज्य के युवाओं का था, इसमें न मेरा योगदान है, न आपका। मैंने केवल एक जिम्मेदार विधायक का काम किया। इसका मतलब यह नहीं कि कोई श्रेय लेने लगे।’ त्रिवेंद्र जी आपको तो मैं आज दोपहर में जवाब दूंगा इसका। राज्य के सभी युवाओं को, इनका समर्थन करने वाले सभी संगठनो, पत्रकार साथियों, अधिवक्ताओं का हार्दिक आभार जिन्होंने बच्चों का साथ दिया।
राजनीतिक हलकों का मानना है कि पेपर लीक कांड पर सीबीआई जांच का फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए बड़ा राजनीतिक हथियार साबित हो सकता है। लेकिन अब श्रेय की होड़ में यह मामला सीधे धामी-त्रिवेंद्र की सियासी तिकड़ी के बीच शक्ति प्रदर्शन का रूप लेता दिख रहा है।