सरकारी अफसर दीपावली की छुट्टी में मस्त है। अब छुट्टी के बाद अफसर आज शुक्रवार से आफिस लौटना शुरू होंगे। इसके बाद ही सड़कों के गड्ढे भरने की बारी आयेगी। य़ह भी महत्वपूर्ण है कि अभी तक गड्ढों को नहीं भरा गया है। सरकारी अधिकारी दीपावली की छुट्टी मना रहे है।
राज्य के प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी आर के सुधांशु के आदेश है कि 30 अक्टूबर तक हर सुरत में सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए। इसके लिए तीन सौ करोड़ रुपए की व्यवस्था भी की गई है। प्रमुख सचिव की डेडलाइन नजदीक आ गई है, लेकिन हालत य़ह है की अभी तक सड़कों के गड्ढे भरने का काम न तो नगर निगम ने आरम्भ किया है और ना ही पीडब्ल्यूडी ने।
दोनों बड़े विभाग है जिनकी सड़कों को गड्ढामुक्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका रहेगी। शहर मे ज्यादा सड़के नगर निगम की है, जिनको गड्ढामुक्त करने की दिशा में अभी तक कोई कदम नगर निगम के अधिकारियों ने नहीं उठाए है। पहले कहा गया कि दीपावली से पहले गड्ढे भर दिए जाएंगे, लेकिन नहीं भरा गया।
बारिश के बाद शहर की ज्यादातर सड़कों में गड्ढे बन गए हैं। उन पर चलना भी दुश्वार है। अब नगर निगम के पास त्योहार बीतने के बाद थोड़ा-सा समय शेष बचा है। अब देखना यह है कि प्रमुख सचिव द्वारा दी गई डेडलाइन के अनुसार नगर निगम सड़कों के गड्ढे भर पाता है या फिर नहीं ? इसी तरह से पीडब्ल्यूडी ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का काम अभी तक चालू नहीं किया है। पीडब्ल्यूडी की सड़कों की हालत खराब है। ज्यादातर सड़कें खराब होने के कारण लोगों को परेशानी तो हो रही है, साथ ही दुर्घटना ग्रस्त भी लोगों को होना पड़ रहा है। हल्की सर्दी की शुरुआत हो गई है। ऐसे में कोहरा भी पड़ सकता है, जिसके चलते रात्रि में क्षतिग्रस्त सड़कों पर सफर करने वालों के लिए दुर्घटनाएं भी हो सकती है। इसके लिए जवाबदेही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की होगी। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने त्योहार से पहले एक भी सड़क को गड्ढा मुक्त नहीं किया है। अब त्योहार की कई दिनों की छुट्टी के बाद आज शुक्रवार को अधिकारी ऑफिस लौट रहे हैं तो इसके बाद सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का काम चलेगा। अब देखना यह है कि राज्य के प्रमुख सचिव ने जो डेडलाइन 30 अक्टूबर की दी है, उससे पहले ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में कामयाब होते हैं या फिर नहीं, यह देखना बाकी हैं।