लालकुआं (नैनीताल)
तहसील लालकुआं से संबंधित फर्जी दस्तावेज (आय, स्थाई, जाति, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र इत्यादि) बनाए जाने का प्रकरण सामने आने के बाद उप जिलाधिकारी तुषार सैनी ने लालकुआं कोतवाली पुलिस को पत्र लिखकर ऐसे लोगों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
तुषार सैनी, उप जिलाधिकारी लालकुआं
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें तहसील से संबंधित कुछ लोगों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने के इनपुट मिले हैं जिस पर उन्होंने कोतवाली को पत्र लिखकर जांच करने को कहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
फर्जी प्रमाण पत्र को पहचान करने के बारे में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जो डिजिटल प्रमाण पत्र बन रहे हैं उसमें क्यूआर कोड बना होता है जिसे स्कैन करने पर पता चल जाता है कि वह फर्जी प्रमाण पत्र है या नहीं। यदि जिस व्यक्ति के नाम पर बना प्रमाण पत्र स्कैन करने के बाद उसी के नाम को दर्शाता है तो वह सही है यदि किसी अन्य का नाम दर्शाता है तो ऐसे में प्रमाण पत्र फर्जी माना जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग तहसील से संबंधित प्रमाण पत्र बनवाते हैं वह तहसील में आकर या फिर लाइसेंस धारी सीएससी सेंटर से ही बनवाएं ताकि फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने की गुंजाइश न बच सके।
यदि इन लोगों में से कोई फर्जी प्रमाण पत्र बनता है तो उसके विरुद्ध जांच के उपरांत विधिक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
गौरतलब है कि तहसील लालकुआं में फर्जी प्रमाण पत्र का खेल सामने आने के बाद विभाग से लेकर आम जनमानस भी सतर्क है मगर कुछ भोले भाले लोग फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वालों के चंगुल में फंस जाते हैं तो ऐसे लोगों को पता चलने के बाद स्वयं आकर शिकायत करनी चाहिए ताकि फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जा सके।