लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष दो दिनों के उत्तराखंड दौरे पर आए और इन दो दिनों में संघ से लेकर भाजपा संगठन तक कई बैठकों का दौर चला। जिसमें लोकसभा चुनाव जीतने को लेकर खास रणनीति भी बनी है। इसके साथ ही उम्मीदवारों के नाम पर भी मंथन हुआ है।
भाजपा के द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर जहां पूरे देश में चुनावी अभियान को धार देने का काम शुरू कर दिया गया है। उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के द्वारा चुनावी अभियान को धार दिया जाना शुरू कर दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे से समझा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने कई तरह की रणनीतियां बनाई हैं।
जिसके तहत पार्टी ने उत्तराखंड में 10 लाख लाभार्थियों से पार्टी संपर्क करेगी। जिसके लिए 25 से 30 हजार पार्टी के कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की गई है। पार्टी की कोशिश है कि जिन लाभार्थियों ने केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ उठाया है उन्हें वोट के रूप में आशीर्वाद लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिले।
28 फरवरी को उत्तराखंड दौरे पर जेपी नड्डा
28 फरवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं। जिसको लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर रणनीति तैयार की गई है। 20 हजार से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ताओं को जेपी नड्डा संबोधित करेंगे। हल्द्वानी, हरिद्वार और देहरादून में जेपी नड्डा के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
26 फरवरी को बीजेपी उत्तराखंड पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी। जिसमे लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया जाएगा और पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में जिन नाम पर मंथन होगा। जिसके बाद उनका पैनल बनाकर केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भाजपा भेजेगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बिल संतोष के द्वारा चुनाव अभियान को लेकर कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग की गई है। जिसमें उन्होंने संगठन को चुनाव अभियान में तेजी लाने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रदेश सरकार के कामों का लिया फीडबैक
बुधवार के दिन संघ मुख्यालय में संघ के साथ हुई संगठन की समय में बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर मंथन के साथ प्रदेश सरकार के कार्यों को लेकर फीडबैक भी लिया गया है। इसके साथ ही संघ की तरफ से जो सर्वे उम्मीदवारों के नाम को लेकर कराए जाते हैं उस पर भी मंथन किया गया है।
सांसदों की टिकट कटने की चर्चा तेज
सूत्रों की मानें तो बैठक में सांसदों की परफॉर्मेंस को भी आंका गया है। इसके साथ ही आम जनता में सांसदों की छवि किस तरह की है और मौजूदा सांसदों की टिकट कटने के पहलुओं और टिकट बरकारर रखने के पहलुओं पर भी बातचीत हुई है। जिसके बाद कुछ सांसदों के टिकट काटे जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट इसे खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि संघ के साथ भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री की जो बैठक हुई है वो एक रूटीन प्रक्रिया के तहत हुई है।