जिला सभागार में जिला उद्योग मित्र की बैठक जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को प्राप्त हो, इसलिए योजनाओं का प्रचार प्रसार कर लोगों को स्वरोजगार से जोड़े जाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएं। बैठक में आए उद्यमियों से वार्ता कर उनके उद्यम के बारे में जानकारी भी जलाधिकरी ने प्राप्त की तथा उनसे कहा कि यदि उन्हें कोई भी समस्या उत्पन्न हो रही है तो से जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
इस दौरान जिला उद्योग केंद्र चम्पावत के द्वारा संकलित की गई पुस्तक स्वरोजगार से स्वावलंबन का विमोचन भी जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर द्वारा किया गया। पुस्तक पर चर्चा के दौरान डीएम ने कहा कि इस पुस्तक में जनपद में जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से संचालित सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध है जो लाभार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए लाभार्थियों को किसी भी प्रकार की सब्सिडी देने में कोई विलंब ना किया जाए।
महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र श्री दीपक मुरारी ने बताया कि उत्तराखंड शासन/निदेशक उद्योग के निर्देशों के अनुपालन में जिला स्तरीय उद्योग मित्र की बैठक कर जनपद में लग रहे उद्यमों की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया तथा उनके सामने आने वाली समस्याओं को आसान करने के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान वर्चुअल माध्यम से जुड़े आनंद जोशी ने सरकार के सिंगल विंडो सिस्टम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस माध्यम से नवीन उद्यमी अपना आवेदन करके कई तरह की परेशानियों से बच सकते हैं।
इस बैठक में माहप्रबंधक दीपक मुरारी ने जनपद में संचालित विभिन्न योजनाओं की विभागीय प्रगति की जानकारी दी। बताया कि प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2021-22 में योजनान्तर्गत तीनों एजेंसियों को भौतिक लक्ष्य 131 तथा वित्तीय लक्ष्य 395 लाख मार्जिन मनी प्राप्त हुआ है, जिसमे जिला उद्योग केंद्र को भौतिक लक्ष्य 53 तथा वित्तीय लक्ष्य 159.81 लाख प्राप्त हुआ है। योजनांतर्गत 196 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनका परीक्षण कर बैंकों को अग्रसारित करने की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 2021-22 में जनपद के लिए 425 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसके सापेक्ष वर्तमान में 750 आवेदन कार्यालय में ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं। आवेदनों का परीक्षण कर बैंकों को अग्रसारित किए जा रहे हैं। एमएसएमई नीति 2015 के अन्तर्गत कुल 42 इकाइयां पंजीकृत हुई है, जिनमें पूंजी विनियोजन 37.66 करोड़ तथा रोजगार 293 प्रस्तावित है। जनपद का वर्ष 2021-22 में उद्यम/औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का भौतिक लक्ष्य 154 इकाइयों का प्राप्त हुआ है, जिसके सापेक्ष 340 उद्यम रजिस्ट्रेशन विभाग में सत्यापन के लिए प्राप्त हुए हैं जिसके सापेक्ष 110 सत्यापित हो चुके है।
एकल खिड़की व्यवस्था के अन्तर्गत कार्यालय में वर्तमान तक कुल 57 आवेदन ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त हुए हैं। इनमे से सभी 57 मामलों में संबंधित विभागों से सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। इनमे 62.54 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है तथा रोजगार 471 व्यक्तियों का प्रस्तावित है।
बैठक में डीएफओ मयंक शेखर झा, सीओ अशोक कुमार सिंह, एलडीएम प्रवीण गरब्याल, डायरेक्टर आरसेटी आरपी टम्टा, प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र सोमनाथ गर्ग, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी एनबी बच्खेती, डीटीओ लता बिष्ट, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल एसके गुप्ता, एटी ओ मुकेश डिमरी, उद्यमी नरेंद्र मोहन जोशी, लक्ष्मण सिंह महर, तुषार पुनेठा समेत अन्य अधिकारी तथा उद्यामी उपस्थिति रहे।