स्टोन क्रेशर संचालकों पर भाड़ा कम करने का आरोप लगाते हुए गोरापड़ाव गौला निकासी गेट के खनन व्यवसायियों ने जबरदस्त प्रदर्शन कर रविवार से खनन व्यवसाय बंद कर हड़ताल पर जाने का ऐलान करते हुए स्टोन क्रेशरों की बिक्री भी रोकने का अल्टीमेटम दिया।स्टोन क्रेशर संचालकों द्वारा पूर्व में खनन व्यवसायियों के साथ हुए समझौते के अंतर्गत 30 रुपए से भाड़ा 26 रुपए करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को गोरापड़ाव गौला निकासी गेट के सैकड़ों खनन व्यवसायियों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। साथ ही लालकुआं स्टोन क्रेशर परिसर में जाकर क्रेशर संचालकों को ज्ञापन देते हुए कहा कि पूर्व में समझौते के तहत क्रेशर स्वामियों ने आश्वासन दिया था कि 30 रुपए से भाड़ा कम नहीं किया जाएगा, परंतु महज 3 महीने के भीतर ही 4 रुपये रेट गिराकर 26 रुपया भाड़ा कर दिया है, जिससे खनन व्यवसायियों में गंभीर असंतोष व्याप्त हो चला है।
उन्होंने कहा कि अभिलंब स्टोन क्रेशर व्यवसायी घटाए गए भाड़े को पूर्ववत करें या फिर अपनी बुकिंग एवं बिक्री दोनों बंद करें। अन्यथा खनन व्यवसाई अपना कारोबार बंद कर जबरदस्त आंदोलन शुरू कर देंगे, अन्यथा गोरापड़ाव गेट के 1138 वाहन स्वामी काम बंद हड़ताल शुरू कर देंगे।प्रदर्शन एवं ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान निशा भट्ट, दरबान सिंह मेहरा, हरीश भट्ट, तारा सिंह बिष्ट, गणेश दत्त भट्ट, नरेश बिष्ट, गोविंद बल्लभ भट्ट, गंगा सिंह नेगी, भगवान सिंह बिष्ट, शेखर राठोर, गणेश जोशी, मोहन नागिला, लीलाधर भट्ट, पृथ्वीपाल पाठक सहित सैकड़ों की संख्या में खनन व्यवसाई शामिल थे। खनन व्यवसायियों ने निर्णय लिया कि यदि शनिवार की रात तक क्रेशर संचालकों ने घटाए गए रेट पूर्ववत नहीं किए तो खनन व्यवसाई गौला नदी से खनन का ढुलान कारोबार खत्म कर हड़ताल शुरू कर देंगे। इधर लालकुआं स्टोन क्रेशर के संचालक अभिषेक अग्रवाल का कहना है कि मार्केट में खनन सामग्री की डिमांड कम होने के चलते इस क्षेत्र के क्रेशर व्यवसायियों ने जहां बिक्री के रेट भी घटाएं हैं, वही खरीद माल में भी रेट कम किए हैं, क्योंकि माल की बिक्री बहुत ही कम हो गई है। उन्होंने कहा कि खनन व्यवसायियों को भी वर्तमान में क्रेशर संचालकों की तरह कम मुनाफे में काम करना चाहिए।