उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में हुई एक बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए पुलिस ने मृतक के पुत्र- पुत्र वधू और उसकी बहन सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही हत्या में प्रयोग में लाया गया पौनिया बंदूक और दो खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड को अंजाम देकर पुराने जमीनी विवाद में ग्राम प्रधान सहित कई और लोगों को फंसाने की चाल चली गई और मृतक पर शूटर के जरिए जानलेवा हमला कराया गया। जबकि हत्यारे मृतक के अपने ही निकले।
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने खुलासा करते हुए बताया कि 9 नवंबर को नानकमत्ता थाने के ध्यानपुर गांव में सूचना मिली कि जगीर सिंह ना के बुजुर्ग को गोली मार दी गई है।
जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल जागीर सिंह को एंबुलेंस के जरिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इस दौरान मृतक के परिजनों ने बताया कि उनके गांव के ही कुछ लोगों से विवाद चल रहा है ग्राम प्रधान सहित अन्य लोगों ने जमीन विवाद में उनके घर आकर आंगन में सो रहे जागीर सिंह को गोली मारी है।
पुलिस ने मृतक के पुत्र बहू रजविंदर की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जब पुलिस जांच में जुटी तो पुलिस को मामला संदिग्ध लगा जिसके बाद एसपी सिटी ममता बोरा के नेतृत्व में पुलिस और एसओजी ने जांच और तेज कर दी इस दौरान नानकमत्ता का ही जसवंत सिंह पुत्र प्रीतम सिंह पुलिस की हिरासत में आया जिससे पूछताछ की गई तो सारा सच सामने आ गया।
जसवंत सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र, पुत्र वधू और उसकी बहन और मृतक लविंदर कौर, राजविंदर कौर गुरदीप कौर, सूरज सिंह, कुलवंत सिंह ने यह पूरी योजना बनाई कि जगीर सिंह को गोली मारकर ग्राम प्रधान पक्ष को फसाया जाएगा लिहाजा उन्होंने जसवंत सिंह को ₹15000 एडवांस और बंदूक और कारतूस भी दिए।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में शूटर जसवंत सिंह ने बताया कि पहले घर में लविंदर कौर और राजविंदर कौर जगीर सिंह को शराब पिलाई जिसके बाद उसने जगबीर सिंह के पैर में गोली मार दी अत्यधिक रक्तस्राव के चलते अस्पताल में उसकी मौत हो गई पुलिस ने जसवंत सिंह की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बंदूक और कारतूस बरामद किए हैं साथ ही मृतक के पुत्र कुलवंत सिंह पुत्र वधू रजविंदर कौर के अलावा मुख्य षड्यंत्रकारी लविंदर कौर गुरदीप कौर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस-एसओजी की निष्पक्ष जांच पर आभार व्यक्त
बुजुर्ग जगीर सिंह की हत्या में नामजद तथा पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गये ग्राम प्रधान समर सिंह उनके भाई बलविंदर सिंह ,सुंदर सिंह उर्फ मदारी, द्वारका प्रसाद, धर्मेंद्र सिंह तथा लखविंदर सिंह एसओजी- पुलिस की निष्पक्ष जांच मे बेगुनाह साबित हुए। सभी ने पुलिस का तहे दिल से आभार प्रकट किया।