उत्तराखण्ड में नैनीताल पुलिस के खनस्यु गांव की 16 वर्षीय नाबालिग़ गीता की हत्या मामले में उसके नाबालिग भाई(विधि विरुद्ध बालक)को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि भाई गीता के अवैध रिश्ते से नाराज था और उसने आवेश में आकर हत्या कर दी।
मामले के अनुसार बीती 17 सितंबर को खनस्यु निवासी शेर सिंह ने बेतालघाट थाने में शिकायत दर्ज कर कहा कि उनकी 16 वर्षीय बेटी गीता मिट्टी लेने के लिए गई थी और तभी से लौटी नहीं। इस मामले में गुमशुदगी लिखाई गई।
पुलिस ने एक टीम बनाकर तलाश शुरू की जिसमें गुमशुदा गीता का शव 26 तारीख को मनोज के मकान के पास घने बांज के पेड़ो के नीचे दबा मिला। सूचना पर एस.एस.पी.और फोरेंसिक टीम मई फोर्स के मौके पर पहुंची। आई.ओ.ने मामले में धारा 365 आईपीसी को धारा 302/201 आई.पी.सी.में बदल दिया।
अब अधिकारियों के दिशा-निर्देशन पर फॉरेंसिक और पुलिस टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। जांच के दौरान पता चला कि गीता का 35 वर्षीय त्रिलोक से अवैध रिश्ता था, जिसे त्रिलोक की पत्नी ने देख लिया था। इसके बाद त्रिलोक की पत्नी और गीता व गीता की माँ बीच बहस हुई थी। गीता के इस रिश्ते से उसका छोटा भाई काफी नाराज हुआ और जब गीता घर नहीं आयी तो उसे ढूंढते हुए पहाड़ो में बनी पखडंडियों से होते हुए जंगल पहुंचा जहां गीता के मिलने पर उसके ही दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। विधि विरुद्ध बालक एयर उसके पिता शेर सिंह ने गीता को ठिकाने लगा दिया जिसे खोज पुलिस ने मामले में खुलासा किया।