देहरादून:सरकारी खर्च पर एक्जीक्यूटिव लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए ताइवान गए स्वास्थ्य महानिदेशक समेत 11 चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ताइवान से लौटाने के छह माह बाद भी ट्रेनिंग प्रोग्राम के अनुभवों को लेकर शासन को कोई रिपोर्ट तक नहीं दी। लाखों रुपये खर्च उत्तराखंड को ट्रेनिंग प्रोग्राम का लाभ नहीं मिल पाया है।
इसे गंभीरता से लेते हुए शासन ने ताइवान दौरा करने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में कहा गया कि शासन को रिपोर्ट न देने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का कोई लाभ उत्तराखंड को नहीं मिला है। विदेश दौरा सरकारी धन के दुरुपयोग और सैर-सपाटा साबित हो रहा है।
सरकारी खर्च पर एक्जीक्यूटिव लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए ताइवान गए स्वास्थ्य महानिदेशक समेत 11 चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ताइवान से लौटाने के छह माह बाद भी ट्रेनिंग प्रोग्राम के अनुभवों को लेकर शासन को कोई रिपोर्ट तक नहीं दी। लाखों रुपये खर्च उत्तराखंड को ट्रेनिंग प्रोग्राम का लाभ नहीं मिल पाया है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के नाम पर विदेश का दौरा तो कर लिया, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी इस दौरे के दौरान उन्हें क्या अनुभव हुए इसको लेकर रिपोर्ट शासन में प्रेषित नहीं की गयी. खास बात यह है कि विदेश जाने वाले इन अफसरों में स्वास्थ्य महानिदेशक से लेकर विभाग के कई बड़े अधिकारी शामिल थे.