पूर्व सीएम हरीश रावत गैरसैंण में मौन उपवास पर बैठे हैं। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की अपेक्षा को लेकर हरदा कांग्रेसियों के साथ मौन उपवास पर बैठे हैं। इस से पहले उन्होंने कहा कि गैरसैंण के साथ पिछले छह-सात सालों से धोखा हो रहा है।
गैरसैंण में हरदा कांग्रेसियों के साथ मौन उपवास पर बैठे हैं। मौन उपवास पर बैठने से पहले हरदा ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी स्वीकृत की और बना दी है। जगह-जगह ग्रीष्मकालीन राजधानी के बोर्ड लगे हैं। लेकिन में सरकार से पूछना चाहता हूं कि ग्रीमकालीन राजधानी है कहां ?
कहां है ग्रीष्मकालीन राजधानी ?
उन्होंने कहा कि कहीं तो होगी ग्रीष्मकालीन राजधानी, किसी गांव में किसी तोक में किसी जगह तो होगी। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में डॉक्टर्स नहीं है, शिक्षक नहीं है, ये समस्याओं का भंडार बन गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां हम गैरसैंण में विधानसभा सत्र करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। गैरसैंण को भाजपा ने गैर बना दिया है। इसी के खिलाफ उन्होंने एक घंटे का मौन व्रत रखा है