एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना की सुरंग से गत दिवस को एक और शव बरामद हुआ है। शव की शिनाख्त दीपक टम्टा निवासी रविग्राम के रूप में हुई है। इसी महीने सुरंग से तीन शव बरामद हो चुके हैं। जबकि अभी तक 138 शव बरामद किए जा चुके हैं।
पिछले साल सात फरवरी को ऋषिगंगा की आपदा में एनटीपीसी की 520 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना की तपोवन सुरंग में कार्य कर रहे कई श्रमिक दफन हो गए थे। जबकि कुल 206 लोगों की मौत हो गई थी। तब कई महीने तक रेस्क्यू किया गया और कुछ शव भी बरामद हुए थे।
सुरंग से मलबा हटाने का काम अब भी चल रहा है, जिसके चलते फिर यहां से शव मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को यहां एक और शव बरामद हुआ, जिसकी शिनाख्त दीपक टम्टा निवासी रविग्राम जोशीमठ के रूप में हुई है। सोमवार को भी एक शव बरामद हुआ था, जबकि एक सप्ताह पहले भी एक इंजीनियर का शव इसी सुरंग से बरामद हुआ था। तीनों शव एनटीपीसी की निर्माणदायी संस्था ऋत्विक कंपनी के कर्मचारियों के हैं। अभी तक कुल 137 के शव बरामद किए जा चुके हैं। जबकि 69 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है परियोजना से जुड़े अधिकारी अभी भी अपने लापता लोगों की ढूंढ खोज में लगे हुए हैं।