Pencil से होगी कोरोना की जांच, आएंगे सटीक नजीते।

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कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है। देखा जाता है कि कारोना की जांच में काफी समय लग जाता है। ऐसे में अमेरिका के वैज्ञानिकों ने की नई जांच विकसित की है, जिसमें पेंसिल से करोना से जांच होगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि Pencil की नोक में जो ग्रेफाइट इस्तेमाल की जाती है।
उसकी मदद से मात्र 6.5 मिनट में कोविड की जांच हो जाएगी। वैज्ञानिकों का दावा है कि कोरोना की नई जांच तेजी से होगी वह भी सस्ती होने के साथ नतीजे भी 100 प्रतिशत सटीक होंगे।
वर्तमान मे कोरोना की जांच महंगी
अमेरिका की पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि वर्तमान में मौजूद कोरोना की ज्यादातर जांचें महंगी होती हैं। इसके लिए ट्रेन्ड प्रोफेशनल की जरूरत पड़ती है, लेकिन अब Pencil की Graphite से होने वाली जांच से इसकी कीमत 100 रुपए तक घट जाएगी। इस जांच का नाम लीड (लो-कॉस्ट इलेक्ट्रोकेमिकल एडवांस्ड डायग्नोस्टिक) टेस्ट रखा गया है।
Pencil की ग्रेफाइट से होगी कोरोना की जांच
जांच के लिए Pencil की ग्रेफाइट छड़ी को इलेक्ट्रोड की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसे सलाइवा या नाक से लिए सैम्पल और ह्यूमन एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम-2 के साथ रखा जाता है। ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड को केमिकल सिग्नल से जोड़ा जाता है। जांच के दौरान केमिकल सिग्नल बताते हैं मरीज पॉजिटिव है या निगेटिव।

वैज्ञानिकों का कहना है, लार यानी सलाइवा के सैम्पल से जांच करने पर 100 फीसदी तक सटीक जांच के नतीजे मिलते हैं। वहीं, ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड से नाक के सैम्पल की जांच करने पर 88 फीसदी तक सटीक नतीजे सामने आते हैं। शोधकर्ता सीजर डी का कहना है, ” इंडस्ट्री पार्टनर के साथ मिलकर अधिक से अधिक क्लीनिकल ट्रायल करेंगे. ट्रायल के नतीजे आने के बाद जल्द से जल्द यह जांच आम लोगों को उपलब्ध होगी।”

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