अमृतपाल के उत्तराखंड आने की आशंका के बाद उसकी तलाश में एसटीएफ को लगा दिया गया है। हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर की सीमाओं पर उत्तराखंड एसटीएफ और पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी है। हर जिले की सोशल मीडिया निगरानी सेल को सुपर अलर्ट मोड पर रखा गया है। ताकि, सोशल मीडिया पर हो रही हलचल पर पैनी नजर रखी जा सके।
बृहस्पतिवार को मीडिया और सोशल मीडिया पर अमृतपाल के उत्तराखंड आने की संभावनाएं जताई जा रही थीं। इसके बाद राज्य की सीमाओं पर चेकिंग शुरू कर दी गई थी। शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को अधिकृत रूप से जानकारी दी कि अमृतपाल अपने साथियों के साथ उत्तराखंड आ सकता है।
एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि पंजाब पुलिस के अलर्ट के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। उत्तराखंड एसटीएफ की तीन टीमों को कुमाऊं, हरिद्वार और देहरादून में अमृतपाल की तलाश में लगाया गया है। बॉर्डर चेक पोस्ट पर सभी पुलिसकर्मियों को अमृतपाल की फोटो के साथ तैनात किया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के आते ही उसका मिलान किया जा सके।
ढाई माह पहले निशाने पर आए थे 12 लोग
उत्तराखंड में अमृतपाल को लेकर करीब ढाई महीने से पुलिस जांच में जुटी है। इस दौरान ऊधमसिंह नगर में कुल 12 लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से चिन्हित किया गया था। इनकी निगरानी की जा रही थी। इस बीच सोशल मीडिया पर और अधिक लोगों के इस गतिविधि में शामिल होने की बात कही जा रही है। अब तक करीब 40 लोग ऐसे आए हैं जिन्होंने इस गतिविधि से जुड़ी सामग्री को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से या तो शेयर किया है या फिर देखा है।
लोगों की करा रहे काउंसिलिंग
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जो लोग अमृतपाल के प्रभाव में आकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सामग्री शेयर कर रहे हैं, उन्हें पुलिस समझा भी रही है। तमाम बुद्धिजीवियों की एक टीम को इन लोगों की काउंसिलिंग के लिए लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हर दृष्टिकोण से जांच की जा रही है।
कुछ पुराने लोगों पर भी पैनी नजर
खालिस्तान का मामला पहले भी कई बार सिर उठा चुका है। कई बार उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर लोगों के समर्थन करने की बात भी सामने आई है। ऐसे में पुलिस उन सभी लोगों पर भी नजर रख रही है। हालांकि, ऐसे कितने लोग हैं और कहां-कहां हैं, पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है।