विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है। समान नागरिक संहिता विधेयक पर सदन में चर्चा की जा रही है। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सदन में बता रहे हैं कि आखिर क्यों प्रदेश में यूसीसी लागू करने की जरुरत पड़ी।
प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यूसीसी का उत्तराखंड में लाने के लिए दिल से आभार जताया। उन्होंने कहा आज सभी धर्म के लोग यूसीसी के आने पर खुश हैं। अग्रवाल ने कहा यूसीसी के लागू होने के बाद महिलाओं को समानता का अधिकार मिलेगा। इस बीच विपक्ष ने सदन में अंकिता भंडारी हत्याकांड का जिक्र किया।
अध्ययन की समय अवधि को बताया कम
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि इतने बड़े बिल को पड़ने के लिए मात्र दो घंटे का समय दिया गया जो की बेहद ही कम था। इतनी कम अवधि में बिल का अध्ययन कर पाना संभव नहीं है। यशपाल आर्य ने विधेयक को पढ़ने के लिए समय की मांग की ताकि ठीक तरह से विपक्ष के विधायक बिल को पढ़ सके।
uniform civil code
4% जनजातियों को क्यों बिल में शामिल नहीं किया
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि विशेषज्ञ समिति की तरफ से ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए कांग्रेस से कोई सुझाव नहीं मांगे गया। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि उत्तराखंड की जिन 4% जनजातियों को कानून से बाहर रखने का प्रावधान आखिर क्यों किया गया है। क्यों उन जनजातियों की महिलाओं को हकों को मारा जा रहा है