साइबर ठगों का नेटवर्क तोड़ने के लिए STF ने 3000 फोन नंबर बन्द कर दिए है।इन नंबरों से डेढ़ साल के भीतर हजारों लोगों को कॉल की गई थी। विभिन्न माध्यमों से लोगों ने इनकी शिकायत भी की थी।इसी आधार पर प्राथमिक पड़ताल के बाद इन नंबरों की रिपोर्ट दूर संचार विभाग को भेजी गई थी। अब इन नंबरों को किसी को जारी नहीं किया जा सकता है।
नंबरों के बंद होने के बाद नंबर किसी दूसरे ग्राहक को दे दिया जायेगा
बता दें कि ठग विभिन्न प्रलोभन देकर मोबाइल नंबरों से लोगों को फोन करते हैं। इन प्रलोभनों के जाल में फंसकर बहुत से लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। जबकि, कुछ लोग शिकायत कर देते हैं। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते डेढ़ साल के भीतर कई माध्यमों से 3000 नंबरों का पता चला था। इन नंबरों को मोबाइल पर स्पैम में भी डाला गया था। इनकी लिस्ट डीओटी यानी दूर संचार विभाग को भेज दी गई है। विभाग ने कंपनियों के माध्यम से इन सभी नंबरों को बंद करा दिया गया है। गौरतलब है कि आमतौर पर नंबरों के बंद होने के बाद नंबर किसी दूसरे ग्राहक को आवंटित कर दिए जाते हैं। लेकिन, ये नंबर किसी को आवंटित नहीं किए जा सकते हैं।
पांच हजार से ज्यादा एसएमएस हेडर को भी बंद कराया गया
उन्होंने बताया कि ज्यादातर नंबरों की रिपोर्ट साइबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930 के माध्यम से ली गई है। इससे पहले कई चाइनजीज एप को भी बंद कराने के लिए रिपोर्ट एसटीएफ ने भेजी थी। जबकि, पांच हजार से ज्यादा एसएमएस हेडर को भी बंद कराया गया है। ताकि, लोग ठगों के जाल में न फंस सकें। एसएसपी ने बताया कि आने वाले समय में इससे ज्यादा नंबरों को बंद कराया जायेगा।
एसएसपी ने बताया कि ज्यादातर लोग 10 डिजिट मोबाइल नंबरों से फोन आने के चक्कर में फंस जाते हैं। उन्हें लगता है कि किसी न किसी परिचित का या फिर कंपनी की ओर से ही फोन आया होगा। लेकिन, आने वाले समय में प्रमोशनल कॉल के लिए नंबर अलग से जारी किए जाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए दूर संचार विभाग को प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रमोशनल कॉल वाले नंबर अलग से देखने को मिलेंगे।