बिन्दुखत्ता के इंदिरा नगर सेकंड निवासी गिरीश चंद फुलारा के निवास स्थान पर आज भव्य कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया।
आचार्यों द्वारा विधिवत कलस पूजन के उपरांत श्रीमद् भागवत पंडाल से वैदिक रीति के साथ शुरू हुई कलश शोभायात्रा में नगर की बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा में शामिल होकर सिर पर कलश धारण कर गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा नगर के शिव मंदिर, पूर्णागिरी मंदिर, मां हाट कालिका मंदिर होते हुए भागवत पंडाल पर संपन्न किया गया।
कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक पंo मनोज कृष्ण जोशी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रावण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
इस अवसर पर श्रीमती गंगा देवी, गिरीश फुलारा, महेश फुलारा, ललित फुलारा गोविंद, बल्लभ फुलारा, जयदत्त फुलारा, कैलाश जोशी, ललित जोशी, मुकेश जोशी, बिना जोशी, जगदीश पंत, संजय भट्ट, गिरीश जोशी, खिलाफ सिंह दानू, दीपक जोशी, दीपक पाठक, पूरन धारियाल, कैलाश फुलारा, जगमोहन जोशी व समस्त फुलारा परिवार समेत सैकड़ों की संख्या में महिलाएं उपस्थित रहे।