दुल्हन की डिमांड पर बैंड-बाजा, बरात लेकर आया दूल्हा, युवती ने फेरे लेने से किया इनकार, बोली- मैं तो सरकारी नौकर से करूंगी…

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मैनपुरी: सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी के बाद दुल्हन ने ससुराल जाने के बजाय धूमधाम से शादी की मांग शुरू कर दी। रविवार को दूल्हा बरात लेकर पहुंचा। जयमाला कार्यक्रम संपन्न होने के बाद दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया। मामला थाने में पहुंचा। समझौते के बाद दूल्हा बिना दुल्हन के वापस चला गया।

विगत 24 फरवरी को श्रीदेवी मेला पंडाल में सामूहिक विवाह समारोह में दोनों की शादी हुई थी। लेकिन पत्नी ने पति से कहा कि ये शादी उसे पसंद नहीं है। कुरावली के मुहल्ला भीमनगर निवासी जयप्रकाश की पुत्री ज्योति का विवाह आगरा के थाना एत्मादपुर क्षेत्र में स्थित गांव सठौसी निवासी मुकेश के साथ तय हुआ था।
धूमधाम से घर पहुंचा दूल्हा
दोनों पक्षों की सहमति के बाद 21 अप्रैल की तिथि विवाह के लिए निर्धारित की गई। दूल्हा धूमधाम से बरात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा। घरातियों ने बरातियों की अगवानी की। घुड़चढ़ी के बाद द्वारचार की रस्में संपन्न हुई। फिर धूमधाम से जयमाला कार्यक्रम संपन्न हुआ। सोमवार सुबह फेरों की तैयारी चल रही थी तभी दुल्हन ने फेरे लेने से इन्कार कर दिया। दुल्हन का कहना था कि वह सरकारी नौकरी वाले से शादी करना चाहती है। इसलिए मुकेश के साथ फेरे नहीं लेगी।

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दुल्हन मानने को नहीं थी तैयार
मुकेश ने कहा कि शादी तो पहले ही हो चुकी है। यह तो सिर्फ दिखावा हो रहा है, लेकिन दुल्हन किसी की बात मानने के लिए तैयार नहीं थी। मामला थाने में पहुुंचा। थाने में तय हुआ कि दूल्हा पक्ष शादी का खर्चा अदा करेगा। दुल्हन की विदा नहीं की जाएगी। एसओ धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है।

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