सोहनलाल बीकानेर के नोखा क्षेत्र का रहने वाला था । नोखा इलाके में स्थित पांचू गांव में रहने वाले सोहनलाल ने करीब 20 दिन पहले ही ऊंट खरीदा था ,जिससे वह अपने परिवार का पेट पाल सकें । ऊंट खरीदने के बाद उसने ऊंट को ऊंट गाड़ी में लगाया और मजदूरी पर निकलने लगा। सोमवार शाम को जब वह वापस अपने गांव लौटे और ऊंट को खोल कर उसने खेत में बने पेड़ से बांधने की कोशिश की तो ऊंट को गुस्सा आ गया। ऊंट ने परिवार के सामने ही सोहनलाल की गर्दन पकड़ ली और जब तक गर्दन चकनाचूर नहीं हो गई तब तक उसे नहीं छोड़ा। सोहनलाल के परिवार के लोग और गांव के अन्य लोग ऊंट पर लाठियां बरसाते रहे लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ । सोहनलाल की मौत के बाद अब परिवार के लोगों ने ऊंट को भी सजा ए मौत दे दी।
जिसे परिवार को पालने के लिए लाया, वही सब खत्म कर गया
यह पूरा घटनाक्रम सोमवार शाम का है। लेकिन अब सामने आया है। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर डाला गया है। नोखा थाना पुलिस ने बताया कि इस घटनाक्रम को लेकर अभी तक किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है । गांव के लोगों ने कहा कि सोहनलाल की 5 बेटियां हैं और दो बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा 18 साल का है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी सोहनलाल पर ही थी । वह जैसे तैसे गुजारा कर रहा था। इस दौरान उसने कुछ लोगों से कर्जा लेकर ऊंट खरीदा था ताकि वह इसकी मदद से अपने परिवार का पेट पाल सकें ।
ऊंट ने चबा ली मालिक की गर्दन और मौत
कुछ दिन बाद वही ऊट अचानक हिंसक हो गया और उसने सोहनलाल की निर्मम हत्या कर दी । गांव के लोगों का कहना है कि एक बार अगर ऊट किसी की हत्या करता है तो वह हिंसक हो जाता है और वह आबादी में रहने योग्य नहीं होता । इसलिए गांव वालों ने मिलकर सोहनलाल के ऊंट की हत्या कर दी ।
ऊंट को जब तक मारते रहे तब तक उसकी मौत नहीं हो गई
उसका सिर पहले पेड़ की टहनियों के बीच में फंसाया गया और उसके सिर पर सैकड़ों बार लाठियों से वार किए गए । आखिर उसने भी दम तोड़ दिया । राजस्थान का यह घटनाक्रम बेहद चौंकाने वाला है । इस तरह के मामले कभी कबार ही सामने आते हैं । लेकिन अब सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के बाद से पशुओं के लिए काम करने वाली संस्था एक्टिव हो गई है। हालांकि आज दोपहर तक नोखा पुलिस ने किसी भी पक्ष की शिकायत पर कोई भी केस दर्ज नहीं किया था। लेकिन पुलिस का कहना है कि पूरे घटनाक्रम पर उनकी नजर है।