यूपी के फिरोजाबाद जिले में दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। जसराना क्षेत्र के गांव खड़ीत में शनिवार मध्य रात्रि बंजारों की बस्ती में एक झोंपड़ी में आग लग गई। उसमें सो रहे तीन बच्चों के लिए झोंपड़ी चिता बन गई। सो रहे परिवार को बाहर निकलने का भी मौका नहीं मिला। पिता की हालत भी गंभीर है।
आग ने खाक की झोंपड़ी
घटना शनिवार रात 11 बजे की है। डेरा बंजारा में रहने वाले शकील पत्नी नेमजादी, अनीश, सामना और रेशमा के साथ सो रहे थे। अज्ञात कारणों से लगी आग ने जब पूरी झोंपड़ी को अपने आगोश में ले लिया। इसके बाद परिवार को जानकारी हुई। जिससे वह बाहर नहीं निकल पाए।
घटना में नेमजादी को छोड़कर चारों गंभीर रूप से झुलस गए। उनकी चीखपुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए। उन्होंने किसी तरह आग बुझाई और एंबुलेंस बुलाकर सभी को ट्रामा सेंटर लेकर आए। यहां अनीश और सामना को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं शकील और रेशमा को आगरा रेफर कर दिया। आगरा में रेशमा की भी मौत हो गई।
एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय ने बताया कि रात एक बजे अस्पताल प्रशासन से सूचना मिलने पर पुलिस को घटना की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम गांव पहुंची। पिता की हालत गंभीर है। मां ज्यादा नहीं झुलसी है।
बन रहा था पीएम आवास, झोंपड़ी में चली गईं तीन जान
शकील के परिवार को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था। झोंपड़ी के पास ही मकान बन रहा था। दीवारें खड़ी हो गई थीं। लिंटर पड़ना बाकी थी। इसीलिए परिवार झोंपड़ी में सो रहा था।