मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तख्तनशीन होने के बाद योगी आदित्यनाथ नए अवतार के साथ सूबे के विकास के लिए सक्रिय नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कई ताबड़तोड़ फैसलों के साथ सूबे की सियासी गलियों में चर्चागोशी के बाजार को गुलजार कर दिया है। बता दें कि पहले तो उन्होंने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों संग प्रदेश की जनता को आगामी जून तक मुफ्त राशन देने का ऐलान किया। इसके बाद अब उन्होंने प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी लाने की दिशा में कई बड़े फैसले किए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी लाने की दिशा में आले दर्जे के सभी अधिकारियों को टारगेट दे दिया है। साथ ही सभी अधिकारियों के लिए उन टारगेट्स को पूरा करने के लिए मियाद भी तय कर दिए हैं, ताकि सभी स्थगित कार्यों को समय पर पूरा किया जा सकें और इसके लिए प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी लाने के साथ अधिकारियों में सरकार के फरमानों के प्रति संजीदगी पैदा की जा सकें। अमूमन, देखा जाता है कि प्रशासनिक अधिकारियों में सरकारी गतिविधियों को लेकर संजीदगी का अभाव देखा जाता है। सीएम ने अपने निर्देश में कहा कि 6 माह, 1 साल और 5 साल तक के लिए अपने सभी ध्येय तथा कार्यविधियों को पूरा करने की दिशा में प्रेजेंटशन तैयार किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के प्रभागों को अपने विभाग का प्रेजटेंशन तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में दूसरों से मुकाबला दूसरों से कम था।
उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपनी तुलना दूसरों से न करते हुए पिछले कार्यकाल से बेहतर करने की दिशा में कार्य करना होगा। उन्हेंने कहा कि जनता ने हम पर विश्वास जताया है। लिहाजा हमें जनता के विश्वास पर खरा उतरना होगा। सीएम ने कहा कि किसी भी फाइल को लटकाया न जाए। गौरतलब है कि विगत दिनों हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की है। उधर, चुनावी नतीजों ने समाजवादी पार्टी की सत्ता में आने के अरमानों पर पानी फेर कर दिया है।