देहरादून में दिवाली की रात लोगों ने जमकर आतिशबाजी की जिससे देहरादून की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है।उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की माने तो हवा सांस लेने लायक नहीं है. इसी के साथ हरिद्वार की हवा भी दम घुटा रही है। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी वायु प्रदूषण के आंकड़ों के मुताबिक दिवाली की रात देहरादून की आबोहवा वायु प्रदूषण के लिहाज से सबसे ज्यादा खतरनाक थी। हरिद्वार में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पिछले 28 अक्टूबर से लेकर 4 नवंबर तक रिकॉर्ड किए गए वायु प्रदूषण के आंकड़ों के मुताबिक दिवाली की रात वायु प्रदूषण के लिहाज से सबसे ज्यादा खतरनाक थी.
बोर्ड द्वारा देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स के सैंपल कलेक्ट करने के लिए अलग-अलग स्टेशन स्थापित किए गए थे। इससे 28 अक्टूबर से लेकर 4 नवंबर तक के सैंपल कलेक्ट हुए।4 नवंबर यानी दिवाली की रात देहरादून और हरिद्वार में हवा की गुणवत्ता सबसे ज्यादा खराब रही, तो वहीं ऋषिकेश, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर में भी स्थिति खराब है। लेकिन, सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण देहरादून और हरिद्वार में हुआ है। देहरादून में सबसे ज्यादा घंटाघर पर लगाए गए स्टेशन पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 327 था। नेहरू कॉलोनी स्टेशन पर कलेक्ट किए गए सैंपल में एयर क्वालिटी इंडेक्स 306 था।
देहरादून का एवरेज AQI 327 रहा। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार यह सबसे खतरनाक है। हरिद्वार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 321 था और यह भी बहुत ज्यादा खराब है। दिवाली की रात काशीपुर का AQI- 267, रुद्रपुर का AQI- 263, ऋषिकेश का AQI- 257 और हल्द्वानी का AQI- 251 रहा, जो कि पर्यावरण के लिहाज से ठीक नहीं है।