दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए किसी भी तरह से पलायन न हो, इसके लिए सभी विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया कराना सुनिश्चित करें- मा0 सांसद संसदीय क्षेत्र अल्मोंड़ा अजय टम्टा

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दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए किसी भी तरह से पलायन न हो, इसके लिए सभी विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया कराना सुनिश्चित करें, यह बात मा0 सांसद संसदीय क्षेत्र अल्मोंड़ा अजय टम्टा ने जिला निगरानी समिति की बैठक के दौरान कही। समिति की बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान मा0 सांसद ने कहा कि सभी विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया कराना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है, ताकि शिक्षा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोका जा सकें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने िश्क्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने एवं छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए कर्इ महत्वाकांक्षी योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर संचालित की जा रही है, इन योजनाओ के सफल क्रियान्वयन एवं छात्रो के उज्जवल भविष्य के लिए धरातल पर कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हमारे पास प्रतिभावान शिक्षको की कमी नहीं हैं, सभी शिक्षक प्रशिक्षित हैं, किंतु इस बात पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि छात्रों के भविष्य के लिए वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में बेहतर टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए सभी छात्र-छात्राओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया करायी जाय, जिससे की सभी अभिभावको का सरकारी विद्यालयों के प्रति भरोसा कायम रहे तथा वह अपने बच्चों का दाखिला सरकारी विद्यालयों में करा सकें। उन्होने कहा कि वर्तमान संचार क्रांति का दौर है, इसलिए यह जरूरी है कि सभी विद्यालयों में आधुनिकरण की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। उन्होने कहा छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ उनके रूचि के अनुरूप अन्य गतिविधियों के लिए भी प्रेरित किया जाय, ताकि वे अपने लक्ष्य के अनुरूप अपने भविष्य का निर्धारण करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। बैठक में उन्होंने दूरसंचार के अधिकारियों से जनपद में संचार व्यवस्था को सुदृढ रखने के लिए जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिये, ताकि संचार व्यवस्था से किसी भी जनपदवासी को कोर्इ असुविधा न हो। बैठक में मा0 सांसद द्वारा मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी से कोरोना काल के दौरान जब विद्यालय बंद थें, उस दौरान छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करायें गयें खाद्यान्न एवं कुकिंग कास्ट के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी पदमेन्द्र सकलानी ने मा0 सांसद को अवगत कराया कि माध्याह्न भोजन के अंतर्गत जनपद में 786 शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय आच्छादित हो रहे है, जिसमें माध्यमिक में 564 तथा उच्च माध्यमिक में 222 है। इसमें कुल छात्र-छात्राओं की संख्या 19776 है,जिसमें प्राथमिक में 11184, उच्च प्राथमिक में 8592 छात्र-छात्रायें है। जिसमें माध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत 1076 भोजन मातायें कार्यरत है, जिसमें प्राथमिक में 714 तथा उच्च प्राथमिक में 362 है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण विद्यालय बंद रहें है तद्समय सभी छात्र-छात्राओं को मानक के अनुरूप उनके घरों में ही खाद्यान्न एवं कुकिंग कॉस्ट उपलब्ध कराया गया। जिसमें कुकिंग कॉस्ट प्राथमिक में रू0 4.97, एवं उच्च प्राथमिक में रू0 7.45 प्रतिदिन प्रति छात्र की दर से छात्रों/अभिभावको खाते में हस्तांतरित किया जा रहा हैं, जिसमें प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक में कुल धनराशि 108.83 लाख, जिसमें विकास खंड बागेश्वर के छात्र-छात्राओं को 40.39 लाख,विकास खंड गरूड 31.77 तथा विकास खंड कपकोट 36.67 लाख की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है, तथा छात्र-छात्राओं को वितरित किया गया कुल खाद्यान्न 2190.55 कुंतल, जिसमें विकास खंड बागेश्वर में 812.99 कुंतल, गरूड 639.50 तथा विकास खंड कपकोट में 738.06 कुंतल वितरित किया गया। जिसमें विकास खंड बागेश्वर में कुल छात्र-छात्राओ की संख्या 7312, गरूड 5778 तथा विकास खंड कपकोट में 6686 है। बैठक मे जनपद के 94 माध्यमिक विद्यालयों के लिए समग्र शिक्षा के तहत विद्यालय अनुदान एवं खेल अनुदान, कार्मिको का वेतन एवं अन्य गतिविधियों के संचालन के लिए 1 करोड 06 लाख की धनराशि अनुमोदित की गयी। जिसमें विकास खंड बागेश्वर के 35 माध्यमिक विद्यालयों के लिए 2650000.00 लाख, जिसमें विद्यालय अनुदान को 17 लाख 75 हजार, खेल अनुदान मे 8 लाख, 75 हजार, गरूड को 18 लाख 75 हजार जिसमें विद्यालय अनुदान 13 लाख, खेल अनुदान के लिए 57 लाख 5 हजार, तथा विकास खंड कपकोट को 25 लाख, 25 हजार जिसमें विद्यालय अनुदान में 16 लाख 25 तथा खेल अनुदान में 09 लाख, इस प्रकार कुल धनराशि 70 लाख 50 हजार का अनुमोदन किया गया, जिसमें विद्यालय अनुदान में 47 लाख तथा खेल अनुदान में 23 लाख, 50 हजार की धनराशि का अनुमोदन किया गया तथा शेष धनराशि वेतन एवं अन्य गतिविधियों के लिए अनुमोदित की गयी। बैठक मा0 सांसद ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दियें कि समग्र शिक्षा प्रारंभिक एवं माध्यमिक के अंतर्गत जनपद बागेश्वर हेतु भारत सरकार द्वारा अनुमोदित विभिन्न गतिविधियों एवं निर्माण कायों अनुमोदित धनराशि का उपयोग संबंधित योजनाओं में ही शीर्ष प्राथमिकता के साथ करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाय। उन्होने निर्देश दियें कि जो भी मरम्मत एवं निर्माण कार्य किये जाने है उन कार्यो को गुणत्ता एवं समबद्धता के साथ शीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होने यह भी निर्देश दियें कि जिन विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल एवं शौचालयों की व्यवस्था नहीं की गयी है उन विद्यालयों में पेयजल एवं शौचालयों की व्यवस्था की जाय। बैठक में जिलाधिकारी विनीत कुमार ने मा0 सांसद को आश्वस्त किया कि शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में उनके द्वारा जो भी दिशा निर्देश दियें गयें उनका कडार्इ से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा तथा शिक्षा की गुणवत्ता एवं गतिविधियों में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जायेगी। बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बंसती देव, विधायक कपकोट बलवंत सिंह भौर्याल, ब्लॉक प्रमुख कपकोट गोविन्द सिंह दानू, जिलाध्यक्ष भाजपा शिव सिंह बिष्ट, प्रदेश संयोजन कुन्दन परिहार, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एन0एस0टोलिया, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, अधि0अभि0 ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट, निदेशक जन कल्याण समिति जितेन्द्र तिवारी, हेम जोशी सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

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