बिना अनुमति के कोविड-19 ओं का इलाज करना अस्पताल को महंगा पड़ा

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हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद अंतर्गत रुड़की में स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर बिना अनुमति के कोविड केयर सेंटर चलाए जाने का भंडाफोड़ किया है। टीम ने अस्पताल की ओपीडी को सीज करने के साथ ही डॉक्टर के विरुद्ध आपदा अधिनियम के तहत अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।

बता दे कि यहां रुड़की के आवास विकास में डॉक्टर एनडी अरोड़ा का हार्ड एंड किडनी केयर अस्पताल है।रूड़की। बिना अनुमति के कोविड केयर सेंटर चलाए जाने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने पुलिस टीम के साथ आवास विकास स्थित डॉ एनडी अरोड़ा के क्लीनिक पर छापेमारी की। टीम ने भर्ती सभी मरीजों की डिटेल ली और चिकित्सक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। साथ ही अस्प्ताल को सील करने की कार्रवाई की जा रही है।

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स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को उनके अस्पताल में बिना अनुमति कोविड केयर सेंटर चलाये जाने की सूचना मिली थी सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस टीम के साथ उक्त अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान अस्पताल में कोरोना मरीजों का उपचार होता पाया गया गौरतलब है कि प्रसाशन ने कुछ ही निजी अस्पतालों को कोविड के उपचार की अनुमति दी हुई है इसके अलावा किसी को उपचार की अनुमति नही है। वहीं अस्प्ताल में स्वयं डॉ एनडी अरोड़ा स्टॉफ के साथ कोविड मरीजों का उपचार कर रहे थे। इस दौरान 7 मरीज भर्ती मिले जिसमें 5 की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव थी। वहीं टीम ने भर्ती मरीजों के उपचार की अनुमति देने के साथ ओपीडी को सील कर दिया है।

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इस सम्बंध में एसीएमओ डॉक्टर एचडी साखी का कहना है कि सूचना मिली थी कि बिना अनुमति अस्प्ताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है छापेमारी पर सूचना सच साबित हुई उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों को भर्ती किया गया है और उनके परिजन भी साथ बैठे थे किसी गाइडलाइंस का पालन नही हो रहा था ।
एएसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि डॉ. एनडी अरोड़ा के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

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