पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान के भाई संजीव चौहान एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। एसटीएफ इस मामले में अब तक 39 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
इन दोनों आरोपियों का संबंध अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्नातक स्तरीय परक्षा के पेपर लीक से है। इनमें से एक आरोपी यूपी के बिजनौर में रेहड़ का आलमपुर निवासी विकास कुमार और दूसरा मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में ताराबाद निवासी संजीव चौहान है। संजीव चौहान आरएमएस कंपनी के मालिक का सगा भाई है।
इन्होंने पहले पकड़े गए आरोपी संदीप के साथ मिलकर उसके फ्लैट पर पेपर हल कराया और उसे कई अभ्यर्थियों को बेचा था। दोनों आरोपी केंद्रपाल के भी करीबी बताए जा रहे हैं। आरएमएस के मालिक को गत 27 अगस्त को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बता दें कि इस मामले में गत 22 जुलाई को थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस प्रकरण में अब तक 39 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, इनसे पूछताछ में कई और लोगों के नाम भी सामने आए हैं। एसटीएफ वर्तमान में तीन मुकदमो में विवेचना कर रही है।
इनमें अब तक कुल 42 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि स्नातक स्तरीय परीक्षा में आठ आरोपियों के अन्य मुकदमों में भी नाम शामिल हैं। इस मामले का मास्टरमाइंड सैय्यद सादिक मूसा फरार चल रहा है। बताया जा रहा है कि वह अपने साथी योगेश्वर राव के साथ नेपाल भाग गया है। एसटीएफ उसकी गिरफ्तारी के प्रयास भी कर रही है।
सचिवालय रक्षक पेपर लीक मामले में भी एसटीएफ ने चार आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया है। इनके नाम जयजीत, कुलवीर, मनोज जोशी (पीआरडी), मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी) हैं।