रुद्रपुर में एक महीने से गायब चल रहे युवक की हत्या कर शव को पीलीभीत कूड़े के ढेर में ठिकाने लगाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दरअसल, 18 सितंबर को मृतक की मां धन देवी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर में बताया कि 2 सितंबर को उसके बेटे धारा को घर से सुजीत अपने साथ ले गया था. तब से लेकर अब तक उसका कोई भी सुराग नहीं लग पाया. मामले में कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
क्या है पूरा मामला?
जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और आरोपी सुजीत से पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे जिसके बाद पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में जेल गए आरोपी छत्रपाल को कोर्ट की परमिशन के बाद रिमांड पर लिया. पूछताछ में आरोपी छत्रपाल ने बताया कि कुछ महीने पहले वह किच्छा इंजेक्शन की खेप के साथ पकड़ा गया था. उसे शक था कि धारा द्वारा उसकी मुखबिरी की गई है.
इसके बाद आरोपी छत्रपाल अपनी बेटी की बीमारी को लेकर न्यायालय से पैरोल पर आया और अपनी योजना के मुताबिक अपने दोस्त नईम अहमद को साथ लेकर धारा को अपने साथ बुलाया और अपनी गाड़ी में बिठाकर अपने साथ जहानाबाद जिला पीलीभीत ले गया. जहां पर दोनों ने धारा की हत्या कर उसके शव को सड़क किनारे केले के पत्तों के नीचे छुपा दिया जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के शव को बरामद कर लिया है. दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
उधमसिंहनगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि एक धारा कोली नाम का युवक दो सितंबर से गुमशुदा चल रहा था. छत्रपाल नाम का व्यक्ति जो पहले नशे के मामले में एनडीपीएस मामले में जेल गया था और शॉर्ट टर्म बेल पर आया था, वो हमेशा धारा के खिलाफ रंजिश रखता था. उसे लगता था कि धारा ने ही मुखबिरी करके मुझे जेल भेजा है.
पुलिस कस्टडी के बाद जब पूछताछ की गई तो कहानी खुलकर सामने आ गई. छत्रपाल औऱ उसका साथी नईम, दोनों ही उसको साथ में ले गए और गला घोंटकर डंपयार्ड में काफी नीचे ठिकाने लगा दिया, इन दोनों की निशानदेही पर शव बरामद हुआ है. शव अभी पीलीभीत में है क्योंकि वहां का थाना क्षेत्र है, शव को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ दिया जाएगा.